पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर की स्टेट सायबर सेल व एसटीएफ की टीम ने सायबर ठग गिरोह के 12 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों को जबलपुर, कटनी, मैहर व सतना में दबिश देकर पकड़ा है. गिरोह ने अभी तक करीब दो करोड़ रुपए से ज्यादा की ठगी की है.
\बताया गया है कि स्टेट सायबर सेल को लगातार शिकायतें मिल रही थी कि मध्यप्रदेश में एक ऐसा गिरोह संचालित हो रहा है. ये लोग फोन करने के बाद पहले तो पुलिस अधिकारी बनकर धमकी देते थे. फिर डिजिटल अरेस्ट कर लाखों-करोड़ों रुपए ऐंठते हैं. इसके बाद अधिकारियों ने एक टीम बनाकर जांच शुरु की, जांच के दौरान पता चला कि गिरोह के सदस्य जबलपुर, कटनी, मैहर व सतना में है जो लोगों को डिजीटली अरेस्ट कर रहे है.
जिसपर सायबर सेल व एसटीएफ की 15 सदस्यीय टीम ने चारों स्थानों पर दबिश देते हुए 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों को आज कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए दो सप्ताह का रिमांड लिया है. साइबर टीम ने शुरुआती जांच में पाया कि अभी तक दो करोड़ रुपए से अधिक की ठगी इन साइबर ठगों ने की थी. अधिकारियों का कहना है कि गिरोह में अभी और भी सदस्य है. जिनके बारे में पूछताछ की जा रही है. अभी तक की पूछताछ में यह पता चला कि ये लोग कम पढ़े लिखे व वृद्धजनों को अपना निशाना बनाते है.
गौरतलब है कि साइबर ठगी के दो मामलों में दो बुजुर्गों से करीब 15 करोड़ रुपए के फ्रॉड के मामले सामने आए हैं. दोनों मामले मुंबई के हैं. जालसाजों ने 77 साल की महिला को एक महीने तक डिजिटल अरेस्ट रखा. ठग ने स्वयं को लॉ एनफोर्समेंट अधिकारी बताकर 3.8 करोड़ रुपए ट्रांसफर कराए थे. वहीं 75 साल के रिटायर्ड शिप कैप्टन को शेयर मार्केट से हाई रिटर्न दिलाने का झांसा देकर फंसाया. इसके बाद अगस्त से नवंबर के बीच 11.16 करोड़ रुपए ठग लिए. एक और मामला सामने आया था जिसमें मऊगंज में एक महिला शिक्षक ने ऑन लाइन फ्रॉड से परेशान होकर अपनी जान दे दी. बदमाश लगातार फोन पर महिला को धमकी देते रहे कि उसने चोरी का सामान मंगाया है, जिससे वह परेशान हो गई थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-