छत्तीसगढ़: मुंगेली स्टील प्लांट हादसा में 3 शव मिले, परिजन का हंगामा, पोस्टमार्टम के बाद शव लेने से इनकार

छत्तीसगढ़: मुंगेली स्टील प्लांट हादसा में 3 शव मिले, परिजन का हंगामा

प्रेषित समय :15:23:42 PM / Sat, Jan 11th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के मुंगेली में हुए स्टील प्लांट हादसे में 4 लोगों की मौत हुई है. 36 घंटे बाद शुक्रवार रात 11 बजे साइलो (लोहे का भारी स्टोरेज टैंक) को हटा लिया गया. साइलो हटने के 3-4 घंटे बाद शनिवार तड़के इंजीनियर समेत 3 लोगों के शव भी मलबे से निकाले गए. इससे पहले इलाज के दौरान एक मजदूर ने दम तोड़ दिया था.

पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया है. दो मृतकों के परिजन 50 लाख रुपए मुआवजे की मांग पर अड़े हैं. जबकि, इंजीनियर जयंत साहू के परिजनों ने 1 करोड़ रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग की है.

धरने पर बैठे परिजन

मृतकों के परिजन सिम्स में धरने पर बैठ गए. कंपनी और प्रशासन पर दबाव बनाने का आरोप लगाया गया है. एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है. पथरिया एसडीएम भरोसा राम ठाकुर ने कहा कि, शासन और कंपनी की ओर से जो आर्थिक सहायता राशि दी जा सकती है, उसके लिए प्रयास किया जा रहा है. 15 लाख रुपए मुआवजा देने के आश्वासन के बाद परिजन भड़क गए हैं.

समझौता करने का दबाव बना रहे

जयंत साहू के परिवार की तरफ से अजीत साहू ने कहा कि हमारी कुछ ज्यादा डिमांड नहीं है. मृतक की सैलरी के हिसाब से मुआवजे की मांग की गई है. उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं, जिनका भरणपोषण जरूरी है. कंपनी के कोई लोग नहीं आ रहे हैं. पुलिस प्रशासन और राजस्व अफसर बातचीत कर रहे हैं. समझौता करने के लिए दबाव बना रहे हैं. पुलिस प्रशासन शव लेकर जाने का दबाव बना रहे.

प्लांट के मैनेजर और प्रबंधक पर एफआईआर

जिस प्लांट में हादसा हुआ उसका नाम कुसुम स्मेल्टर्स प्राइवेट लिमिटेड है. इसकी शुरुआत 11 अगस्त 2020 को हुई थी. इसके डायरेक्टर संदीप अग्रवाल, आदित्य अग्रवाल, विशाल अग्रवाल और यश पोद्दार हैं. इस प्लांट में 350 से अधिक मजदूर काम करते हैं. यहां आयरन से कच्चा लोहा बनाने काम होता है. हादसे के बाद कलेक्टर के निर्देश पर उद्योग विभाग के अफसरों ने शुरुआती जांच की, जिसमें मैनेजर और प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है. यहां साइलो में क्षमता से अधिक लोड किया गया था, जिसके कारण हादसा हुआ और जोखिम उठाना पड़ा. जांच रिपोर्ट के आधार पर सरगांव पुलिस ने प्लांट के ऑपरेशन मैनेजर अनिल प्रसाद, इंचार्ज अमित केडिया और प्लांट के प्रबंधकों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. कलेक्टर राहुल देव ने कहा कि, जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

क्या है पूरा मामला

बताया जा रहा है कि, साल भर पहले शुरू हुए प्लांट में प्रबंधन ने प्रोडक्शन को शुरू करने में हड़बड़ी की है. बिना ट्रायल 20 दिन पहले ही साइलो को इंस्टॉल किया गया. इंस्टॉल भी कमजोर स्ट्रक्चर पर करने की बात सामने आई है.

साइलो इंस्टॉल करने के बाद बताया गया कि इसमें खराबी भी आई लेकिन फिर भी गंभीरता नहीं दिखाई गई. ओवरलोड के कारण साइलो का स्ट्रक्चर हिलने लगा था. इसे गुरुवार दोपहर क्रेन से ठीक किया जा रहा था तभी हादसा हो गया. इसी के नीचे सुपरवाइजर समेत कुछ कर्मचारी दब गए.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-