पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में नर्मदा प्राकट्योत्सव पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. आज ब्रम्ह मुहूर्त से ही ग्वारीघाट सहित अन्य नर्मदा तटों श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही. जिन्होने पुण्य सलिला मां रेवा के पावन जल में स्नान कर पूजन-अर्चन किया. इस मौके पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने नर्मदा मिशन के संस्थापक समर्थ गुरु भैया जी सरकार के साथ ग्वारीघाट पहुंचकर मां नर्मदा का दूध से अभिषेक कर गुलाब के फूल अर्पित किए.
पंडितों के अनुसार आज का यह दिन विशेष महत्व रखता है, क्योंकि इस दिन मां रेवा प्रकट हुई थी. नर्मदा ही देश की एकमात्र नदी है जिनके दर्शन से ही पुण्यलाभ की प्राप्ति होती है. जिसके चलते देर रात से ही श्रद्धालुओं का नर्मदा जी के ग्वारीघाट, जिलहरी, तिलवारा, उमा, लम्हेटाघाट, भेड़ाघाट, सहित अन्य घाटों पर आना शुरु हो गया था. जिन्होने भीड़ से बचने के लिए ब्रम्ह मुहूर्त में ही पहुंचकर पूजन-अर्चन शुरु कर दिया. ऐसा कहा जा रहा है कि आज सुबह से अभी तक सभी घाटों पर पांच लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं का आगमन हो चुका है. भीड़ को देखते हुए विशेष व्यवस्थाएं की गई है. यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए रामपुर मार्ग को वन-वे किया गया है. जबकि वापसी के लिए तिलहरी की ओर जाने वाला मार्ग निर्धारित किया गया है. घाट तक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पार्किंग स्थल से घाट तक ई-रिक्शा की व्यवस्था की गई है. भंडारों के लिए भी विशेष स्थान निर्धारित किए गए हैं. पंडितों का कहना है कि शास्त्रों के अनुसार मां नर्मदा ही एकमात्र ऐसी नदी है जिनकी परिक्रमा की जाती है. उनके दर्शन मात्र से ही मोक्ष एवं पुण्य फल की प्राप्ति हो जाती है. नर्मदा प्रकाट्योत्स्व पर जबलपुर ही नहीं बल्कि आसपास के जिलों से भी लोग ग्वारीघाट पहुंचे.
कैबिनेट मंत्री ने भैया जी सरकार के साथ की महाआरती-
कैबिनेट मंत्री प्रहलाद पटेल ने नर्मदा मिशन के संस्थापक दादा गुरु समर्थ भैया जी सरकार के साथ नर्मदा महाआरती की. इस दौरान उन्होंने कहा की इतने वर्षों के बाद उनको नर्मदा प्राकट्योत्सव पर दादा गुरु के साथ पूजन का मौका मिला है. उन्होंने जो कहा कि नर्मदा किनारे एक पौधा लगाना ही मां की सच्ची सेवा है. इस पर सभी को अमल करना चाहिए. नर्मदा का शुद्धि करण सभी का संकल्प हो ऐसी नर्मदा भक्तों से अपील भी है.