jabalpur: ऑपरेशन में लगी प्लेट टूटी, पीड़ित ने डाक्टर पर लगाया आरोप, डाक्टर ने कहा मरीज ने की है लापरवाही

jabalpur: ऑपरेशन में लगी प्लेट टूटी, पीड़ित ने डाक्टर पर लगाया आरोप

प्रेषित समय :14:35:16 PM / Wed, Feb 5th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में राइट टाउन स्थित एक निजी अस्पताल के डाक्टर पर मरीज ने गंभीर आरोप लगाए है. मरीज का कहना है कि ऑपरेशन के दौरान डाक्टर ने जो प्लेट उनके पैर में लगाई थी. वह टूट गई, जिसके चलते वे एक पैर से चलने में असमर्थ हो गए. इस मामले की शिकायत पीड़ित सुनील कुमारी तिवारी ने कलेक्टर, एसपी व सीएमएचओ को देते हुए कार्यवाही की मांग की है. वहीं डाक्टर का कहना है कि मरीज की लापरवाही से उपचार प्रभावित हुआ है. पैर पर अधिक वजन देने के कारण प्लेट टूटी है, इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती गई है.

बताया गया है कि सुनील तिवारी निवासी केंट करीब दो वर्ष पहले सड़क दुर्घटना में घायल हो गए, जिसके चलते उनका बाया पैर फैक्टर हो गया. सुनील कुमार को राइट टाउन स्थित निजी अस्पताल में भरती कराया गया. जहां पर डाक्टर अभिजीत मुखर्जी ने जांच के आपरेशन कर पैर में प्लेट डाल दी. आपरेशन के दौरान अभिजीत मुखर्जी के अलावा, डाक्टर विनोद जैन व अन्य सहयोगी रहे. सुनील कुमार का कहना है कि ऑपरेशन के 8-10 महीने बाद भी वह चलने में असमर्थ थे, उनके पैर में सूजन व लगातार दर्द बना हुआ था. उन्होने एक्सरे कराया तो पता चला कि बाएं पैर में डाली गई टाइटेनियम प्लेट टूट गई है.

सुनील कुमार का कहना है कि यह जांच का विषय है कि प्लेट आखिर टूटी कैसे, वह किस धातु की बनी थी. टूटी हुई प्लेट लेकर एएसपी के पास पहुंचे सुनील कुमार तिवारी ने बताया किए इलाज में करीब डेढ़ लाख रुपए खर्च हो गए. फिर भी न तो पैर ठीक हुआ और न ही दर्द खत्म हुआ. अब हालत इतनी खराब हो गई है कि दो कदम चलना भी मुश्किल हो गया है. एएसपी को दी गई शिकायत में पीडि़त ने आरोप लगाया किए इलाज के नाम पर जानलेवा लापरवाही बरती गई. डाक्टरों की लापरवाही के चलते पूरा परिवार मानसिक, शारीरिक, आर्थिक व सामाजिक रुप से परेशान है. पुलिस अधिकारियों ने पीडि़त को आश्वासन देखते हुए मदनमहल थाना को जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए है.

वहीं मामले में डाक्टर अभिजीत मुखर्जी का कहना है कि सुनील कुमार तिवारी द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद है, आपरेशन के वक्त बताया गया था कि पैर की हड्डी के आठ टुकड़े हुए है, इसलिए पैर पर वजन न रखे, कम से कम उपयोग करे, वॉकर के सहारे ही चलना है. मरीज ने डाक्टर की सलाह को नजर अंदाज किया है जिसके चलते यह समस्या हुई है. डाक्टर का कहना है कि हड्डी जुडऩे से पहले यदि पैर पर अधिक वजन दिया जाता है तो इस तरह की दिक्क त होती है. सुनील कुमार को बोन ग्राफ्टिंग कराने की सलाह भी दी गई थी, लेकिन वे नहीं माने.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-