पलपल संवाददाता, ग्वालियर. एमपी के पूर्व सीएम दिग्विजयसिंह ने कहा कि अब मैं कभी मंच पर नहीं बैठूंगा. जब उनके बोलने की बारी आएगी तभी मंच पर चढ़ेगें. उन्होने कांग्रेस नेताओं से मंच की लड़ाई खत्म करने की अपील की है. वे आज ग्वालियर के फूलबाग में कांग्रेस की संविधान बचाओ रैली को संबोधित कर रहे थे.
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने आगे कहा कि मंच की लड़ाई समाप्त करें, मैं अब कांग्रेस या किसी भी मंच पर नहीं बैठूंगा. मैं नीचे बैठ जाऊंगा. बस इतना अनुरोध है कि जब बोलने का अवसर आए, तब मुझे बुला लिया जाए. कृपया मंच की लड़ाई को समाप्त कर दीजिए. ग्वालियर में हुए कांग्रेस के इस कार्यक्रम में करीब 4 से 5 हजार नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित हुए इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों के बीच मंच पर बैठने को लेकर विवाद हो गया, जिसपर दिग्विजय सिंह ने मंच से ही ये बातें कहीं. गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपने कार्यक्रमों को लेकर एक गाइडलाइन बनाई थी, जिसमें ये भी तय किया गया था कि मंच पर कोई नहीं बैठेगा. सिर्फ डायस व माइक रहेगा. जिस नेता का भाषण देने का नंबर आएगा, वहीं मंच पर जाएगा भाषण देगा और फिर नीचे आकर बैठ जाएगा. लेकिन ग्वालियर की इस रैली में इसका पालन नहीं हुआ.
जीतू पटवारी ने ज्योतिरादित्य पर लगाए आरोप-
कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने विधायकों को दल बदलवाकर एक चुनी हुई सरकार को गिरा दिया. उन्होंने कहा था कि वह सड़क पर उतरेंगे, क्योंकि उनका अपमान हो रहा है. उन्होंने इसे संविधान पर आघात बताया और आपके दिए हुए वोट को चुनौती दी. यदि संविधान खतरे में नहीं था, तो फिर और क्या था.
गरीबों की जमीन छीनी जा रही है-
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री पटवारी ने कहा कि संविधान ने यह अधिकार भी ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिया कि राजमाता सिंधिया जो उस समय विपक्ष की नेता थीं. उन्होंने जीवाजी कॉलेज (जूनियर सिटी) में अपनी जमीन दान की. उन्होंने माधव कन्या विद्यालय को भी अपनी जमीन दान में दी थी. लेकिन आज उसी संविधान की ताकत के बल पर ज्योतिरादित्य सिंधिया मोतीमहल की जमीन को अपने अधिकार में लेना चाहते हैं. यह ताकत भी उन्हें संविधान ने ही दी है. यह भी संविधान की ही शक्ति है कि आप गरीबों की जमीन जो सरकार की थी उसे भी छीन रहे हैं. यदि यह संविधान न होता तो मैं मानता हूं कि हमें यह संघर्ष करने व सभा करने की अनुमति भी नहीं मिलती.
संविधान को बचाने ग्वालियर से शुरू होगा अभियान-
रैली से पहले प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी व प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने देश को आजादी दिलाई. संविधान बनाने में भूमिका निभाई, इसलिए उसकी रक्षा करना भी कांग्रेस की जिम्मेदारी है. आज जब संविधान पर हमले हो रहे हैं तो राहुल गांधी व मल्लिकार्जुन खडग़े के नेतृत्व में कांग्रेस इसका सबसे बड़ा संघर्ष कर रही है. देश में गरीबों, दलितों, आदिवासियों व अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है, जो साफ संकेत है कि संविधान खतरे में है.