पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में जिनके नाम से विश्वविद्यालय का नाम है. उसी युनिवर्सिटी ने बीएससी द्वितीय वर्ष के फाउंडेशन कोर्स की परीक्षा में प्रश्र पूछा कि रानी दुर्गावती का मकबरा कहां है. परीक्षा पेपर में इस तरह का सवाल पूछने से लोगों में आक्रोश है. हालांकि विश्वविद्यालय ने माना है गलती हो गई, उनकी समाधि है मकबरा नहीं.
खबर है कि बीएससी सेकेंड ईयर के फाउंडेशन कोर्स के पेपर में रानी दुर्गावती को लेकर प्रश्न नंबर 42 पूछा गया था. इसमें लिखा था कि रानी दुर्गावती का मकबरा कहां बना है. जवाब में छात्रों को चार ऑप्शन दिए गए थे, बरेला (जबलपुर), बम्हानी (जबलपुर), चरगंवा (जबलपुर) व डंडई (जबलपुर). प्रश्न में समाधि स्थल की जगह मकबरा लिखा होने से छात्र भ्रमित हो गए. यह बात चर्चा का विषय बन गई.
विश्वविद्यालय स्तर की परीक्षा में इस तरह का प्रश्र पूछने से छात्रों से लेकर सामाजिक संगठन व इतिहास प्रेमियों में नाराजगी है, उनका कहना है कि वीरता व बलिदान का प्रतीक रानी दुर्गावती को मकबरे से जोडऩा न केबल ऐतिहासिक अज्ञानता को दर्शाता है बल्कि मातृशक्ति व जनभावनाओं का भी अपमान है. हालांकि यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने माना कि रानी दुर्गावती से जुड़े प्रश्न में मकबरा शब्द का उपयोग करना बहुत ही गलत है. हम सभी को पता है कि रानी दुर्गावती का समाधि स्थल है, न कि मकबरा. फिर भी इस तरह की गलती हुई है. यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कहना है कि पता कर रहे हैं कि इस तरह की गलती कैसे हुई.
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