MP: जबलपुर से शादी करने UP पहुंचे अतिथि शिक्षक की लूटपाट कर हत्या, कथावाचक अनिरुद्धाचार्य से पूछा था शादी कब होगी

जबलपुर से शादी करने UP पहुंचे अतिथि शिक्षक की लूटपाट, हत्या

प्रेषित समय :15:52:54 PM / Sat, Jun 28th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर

पलपल संवाददाता, जबलपुर. एमपी के जबलपुर में रहने वाले अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी की उत्तरप्रदेश के कुशीनगर में लूटपाट के बाद नृशंस हत्या कर दी गई. अतिथि शिक्षक शादी करने के लिए कुशी नगर पहुंचे थे, जहां पर दो जूनको उनकी शादी होना थी. लेकिन 27 जून को इंद्र कुमार की लाश मिली. अतिथि शिक्षक इंद्र कुमार तिवारी कुछ दिन पहले जबलपुर के रिमझा गांव में अनिरुद्धाचार्य महाराज की कथा में शामिल हुए थे. यहां उन्होंने महाराज से सवाल किया था. मेरी शादी कब होगी, उनका ये वीडियो वायरल हुआ था. पुलिस को शक है कि इसी वीडियो को देखकर किसी गिरोह ने इंद्र कुमार को शादी का झांसा दिया. जब वह शादी करने पहुंचे तो लूट के बाद उनकी हत्या कर दी.

पुलिस अधिकारियों के अनुसार मझौली गांव के पड़वार में रहने वाले इंद्र कुमार तिवारी शासकीय स्कूल में अतिथि शिक्षक के पद पर कार्यरत रहे. माता-पिता के न होने के बाद गांव में अकेले ही रहते थे, इसके अलावा गांव में खेतीबाड़ी भी करते रहे. 49 वर्षीय इंद्र कुमार अपनी शादी के लिए लड़की की तलाश में रहे. यहां तक कि पिछले दिनों जबलपुर आए कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज से भी उन्होने शादी के बारे में पूछा था. इंद्र कुमार ने परिजनों व रिश्तेदारों को जानकारी दी थी कि उनका कुशीनगर यूपी में रिश्ता तय हो गया है, खुशी नामक युवती से उसकी शादी तय हुई है.

यहां तक कि इंद्र कुमार ने अपनी एक एकड़ जमीन डेढ़ लाख रुपए में गिरवी रखकर दुल्हन के लिए जेवरात खरीदे थे. 30 मई को इंद्र कुमार शादी करने के लिए कुशीनगर रवाना हो गए, 5 जून तक उनका रिश्तेदारों से फोन पर संपर्क बना रहा. लेकिन इसके बाद उनका मोबाइल बंद हो गया. इंद्र कुमार का फोन बंद आने से परिजन व रिश्तेदार चितिंत हो गए, उन्होने 8 जून को मझौली थाना पहुंचकर लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस  द्वारा इंद्रकुमार की लोकेशन पता लगाने में जुटी रही, यहां तक कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियों भी देखे गए. 27 जून को जबलपुर पुलिस को खबर मिली कि कुशीनगर के हाटा कोतवाली क्षेत्र के उपासपुर गांव में एक अज्ञात शव बरामद हुआ है. जब पहचान कराई गई तो शव इंद्र कुमार तिवारी का होना पाया गया. शव के पास से न तो मोबाइल मिलाए न ही जेवरात और नकदी मिली. इससे पुलिस को साफ हो गया कि हत्या लूट के इरादे से की गई है.

अतिथि शिक्षक का कोई करीबी रिश्तेदार नहीं था-

पुलिस को पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया कि माता-पिता का निधन काफी पहले हो चुका है. इसके बाद से इंद्रकुमार का कोई करीबी रिश्तेदार नहीं था. जिसके चलते वे स्वयं ही अपनी शादी के लिए प्रयास करते रहे. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-