वाशिंगटन/नई दिल्ली. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित कराने का श्रेय खुद को दिया है. ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने दोनों पड़ोसी देशों के बीच होने वाले उस टकराव को रोका, जो न्यूक्लियर युद्ध में बदल सकता था. यह उनका इस विषय पर 36वां सार्वजनिक बयान है, जिसमें वे खुद को परमाणु संकट टालने वाला नेता बताते हैं.
ट्रंप ने यह बयान आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच हुए नए शांति समझौते के अवसर पर अपनी उपलब्धियों का जिक्र करते हुए दिया. उन्होंने कहा कि जैसे उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संभावित युद्ध को रोका था, वैसे ही उनकी कूटनीतिक कोशिशों ने कई अन्य अंतरराष्ट्रीय विवादों में भी तनाव कम किया है.
भारत का करारा जवाब
ट्रंप का ये बयान तब आया जब भारत और अमेरिका के बीच तनाव का माहौल है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने के फैसले पर कड़ा रुख अपना हुए भारत ने अमेरिका से हथियार और विमान की खरीद पर रोक लगा दी है. मामले के जानकार तीन भारतीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी. ट्रंप के टैरिफ के बाद यह भारत में असंतोष का पहला लिखित संकेत हैं. यही नहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का अमेरिका दौरा भी अब रद्द हो गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाए जाने के बाद भारत और अमेरिका के रिश्ते दशक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गए हैं.
भारत-रूस की दोस्ती से नाराज ट्रंप
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रंप भारत और रूस की दोस्ती से नाराज है. ट्रंप का कहना है कि भारत रूस से तेल और हथियार खरीदकर लगातार उसकी अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहा है और रूस इस पैसे का इस्तेमाल यूक्रेन के खिलाफ कर रहा है.
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