पलपल संवाददाता, जबलपुर। मंडला, जबलपुर में भारी बारिश के चलते बरगी बांध का जलस्तर सामान्य सीमा से ऊपर पहुंच गया। जलाशय को संतुलित करने और सुरक्षा के मद्देनजऱ प्रशासन ने बांध के 9 गेट आज खोल दिए गए। इन गेटों से 1097 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। बांध प्रबंधन और जल संसाधन विभाग ने इसे नियंत्रित और सतर्कतापूर्ण कदम बताया है। लेकिन नर्मदा तटवर्ती गांवों के लोगों के लिए चेतावनी जारी की गई है।
बरगी बांध के गेट खोलने का यह कदम प्रशासनिक सतर्कता का प्रतीक है। हालांकि स्थिति इस समय नियंत्रण में है लेकिन आने वाले दिनों में वर्षा की तीव्रता पर निर्भर करेगा कि हालात किस दिशा में जाते हैं। ग्रामीणों के लिए सबसे बड़ी चुनौती खेतों की सुरक्षा और घरों को पानी से बचाना है। नर्मदा तटवर्ती लोग फिलहाल सावधानी बरत रहे हैं और प्रशासन की हर सूचना पर नजऱ बनाए हुए हैं। मौसम विभाग ने पहले ही मध्यप्रदेश के पूर्वी हिस्से जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर और नर्मदापुरम में भारी वर्षा की संभावना जताई थी। पिछले 48 घंटों में जबलपुर संभाग के कई हिस्सों में औसत से अधिक बारिश दर्ज की गई। जिससे नर्मदा और सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ा। बरगी बांध जो नर्मदा पर बना एक प्रमुख जलाशय है, उसकी क्षमता लगभग पूरी भर चुकी थी। ऐसे में बांध प्रबंधन समिति ने तत्काल बैठक कर नौ गेट खोलने का निर्णय लिया। प्रशासन का कहना है कि यह पानी छोड़ा जाना तकनीकी रूप से सुरक्षित है और इसे पूरी तरह नियंत्रित ढंग से किया गया है। फिर भी नदी किनारे बसे गांवों विशेषकर मंडला और नरसिंहपुर के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट पर रखा गया है।
नर्मदा किनारे का हाल-
गांवों में सुबह से ही प्रशासनिक अमला सक्रिय हो गया। राजस्व विभाग, पुलिस और आपदा प्रबंधन दल ने लोगों को सतर्क किया कि वे नर्मदा किनारे खेती, पशुपालन या मछली पकडऩे जैसे कार्यों के लिए न जाएं। कुछ निचले इलाकों से एहतियातन लोगों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। स्थानीय निवासी बताते हैं कि नदी का पानी सामान्य से तेज़ बह रहा है और धारा में रफ्तार काफी अधिक है। कई जगह नदी तट की कच्ची सड़कों पर जलभराव हो गया है। बच्चों और बुजुर्गों को घरों से बाहर न निकलने की अपील की गई है।
प्रशासन की अपील-
जबलपुर कलेक्टर का कहना है कि बांध से छोड़ा गया पानी नियंत्रित मात्रा में है। हम लगातार जलस्तर की निगरानी कर रहे हैं और आवश्यकता पडऩे पर और गेट भी खोले जा सकते हैं। सभी तटवर्ती गांवों को सूचना पहुंचा दी गई है और हमारी टीमें मौके पर मौजूद हैं।
किसानों और मछुआरों की चिंता
गाँव के किसानों का कहना है कि बरसात के इस मौसम में उनकी फसलें पहले से ही पानी से भरी हुई हैं। ऐसे में नदी का पानी और बढऩे से खेतों में बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। खासकर धान की फसल के लिए यह गंभीर खतरा है। वहीं मछुआरे समुदाय का कहना है कि बांध से अचानक पानी छोड़े जाने पर मछलियों का प्राकृतिक चक्र प्रभावित होता है और उनकी आजीविका पर असर पड़ता है।
नर्मदा में पर्यटन पर असर-
बरगी बांध और आसपास का क्षेत्र पर्यटन की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। यहां बड़ी संख्या में पर्यटक नौकायन और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने आते हैं। बांध से पानी छोड़े जाने के बाद सुरक्षा कारणों से नौका विहार और अन्य जलक्रीड़ाओं पर रोक लगा दी गई है। पर्यटन विभाग ने अगले कुछ दिनों तक सभी बुकिंग रद्द कर दी हैं।
मौसम विभाग की चेतावनी
भारतीय मौसम विभाग ने आने वाले 48 घंटों तक प्रदेश के कई हिस्सों में मध्यम से भारी वर्षा की संभावना जताई है। जबलपुर समेत मंडला, बालाघाट, सिवनी व नरसिंहपुर जिले रेड अलर्ट पर रखे गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बारिश का क्रम ऐसे ही जारी रहा तो बाँध से और अधिक पानी छोडऩा पड़ेगा।
एमपी : जबलपुर में बरगी बांध के 9 गेटों से छोड़ा जा रहा पानी, नर्मदा के घाटों पर अलर्ट जारी
प्रेषित समय :19:06:36 PM / Tue, Aug 26th, 2025
Reporter : पलपल रिपोर्टर




