चमोली. उत्तराखंड में एक बार फिर से बादल फट गया है. इस बार एक नहीं बल्कि दो-दो जगहों पर साथ में बादल फटा है. चमोली और टिहरी में बादल फटने से तबाही मच गई है. कई लोग मलबे में फंस गए हैं. कई मवेशी भी फंस गए हैं. दोनों ही जिलों के हादसा स्थल पर रेस्क्यू बल पहुंच गया है. बचाव कार्य शुरू हो गया है. बता दें, चमोली, रुद्रप्रयाग, नई टिहरी और बागेश्वर में मौसम की मार से अब आठ लोगों की मौत हो गई है तो वहीं आठ लापता हैं.
चमोली में बादल फटने से ग्रामीणों में दहशत
चमोली जिले के देवाल तहसील स्थित मोपाटा गांव में बादल फटने से हाहाकार मचा है. बादल फटने से मकान और गौशाला दबने की सूचना है. बादल फटने के बाद से दो लोग लापता हो गए हैं. गांव में चारों ओर सिर्फ और सिर्फ मलबा और तबाही ही दिखाई दे रही है. ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. प्रशासनिक टीमें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुईं हैं. आशंका है कि मलबे में 15 से 20 मवेशी दब गए हैं. गांव के रहने वाले विक्रम सिंह और उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
चमोली की सड़के बंद
चमोली कलेक्टर संदीप तिवारी ने बताया कि चमोली जिले के देवाल में बादल फटने के बाद से दो लोग लापता है. कई जानवर दब गए हैं. भारी बारिश के कारण पूरे जिले की सड़कें बंद हैं. रेस्क्यू फोर्स मौके पर पहुंच गई है और बचाव कार्य शुरू हो गया है.
टिहरी में सरकारी-निजी संपत्तियों को भारी नुकसान
टिहरी जिले के गेंवाली भिलंगाना में गुरुवार रात बादल फटा था. राहत की बात है कि वहां कोई भी जनहानि नहीं हुई है. सरकारी और निजी संपत्तियों के नुकसान होने की आशंका है. राजस्व विभाग की टीमें मौके पर पहुंच गईं हैं. रेस्क्यू बल मौके पर पहुंच गया है.




