कीव. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध ने शनिवार को एक और भयानक मोड़ ले लिया जब रूसी सेना ने यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी सूमी क्षेत्र में एक रेलवे स्टेशन को निशाना बनाकर भीषण ड्रोन हमला किया. इस हमले में यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों समेत कम से कम 30 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस घटना की जानकारी देते हुए इसे एक 'हिंसकÓ हमला करार दिया है. फरवरी 2022 में युद्ध शुरू होने के बाद से ही रूस लगातार यूक्रेन के रेलवे बुनियादी ढांचे पर हमले करता रहा है.
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने हमले के बाद एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें एक ट्रेन को आग की लपटों में घिरा हुआ देखा जा सकता है. टूटी हुई खिड़कियां और धातु के टुकड़े हमले की भयावहता को बयां कर रहे हैं. जेलेंस्की ने कहा, अब तक हमारे पास 30 पीडि़तों की जानकारी है, जिसमें यात्री और रेलवे स्टाफ दोनों शामिल हैं. रूसियों को इस बात की जानकारी न हो कि वे नागरिकों पर हमला कर रहे हैं, ऐसा हो नहीं सकता. यह हमला जिस जगह हुआ है, वह रूसी सीमा से करीब 50 किलोमीटर दूर है.
रूसी सेना ने रात भर यूक्रेन के कई इलाकों पर बम बरसाए. कुल 109 ड्रोन और तीन बैलिस्टिक मिसाइलों से हमले किए गए. इन हमलों के कारण उत्तरी चेर्निगिव क्षेत्र में लगभग 50,000 घरों की बिजली गुल हो गई है. यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि जवाबी कार्रवाई में 73 रूसी ड्रोनों को या तो मार गिराया गया या उनके रास्ते को भटका दिया गया. वहीं, यूक्रेन ने भी रूस के हमलों का बदला लेने की कसम खाई है. यूक्रेनी सेना ने शनिवार को रूस के उत्तर-पश्चिमी लेनिनग्राद क्षेत्र में एक प्रमुख तेल रिफाइनरी पर हमला करने का दावा किया है. यूक्रेन ने कहा है कि वह रूस की ऊर्जा साइटों पर अपने लंबी दूरी के ड्रोन हमले जारी रखेगा.




