चेन्नई. श्रीलंका के समुद्री लुटेरों ने तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले के नाम्बियार नगर गांव के 11 मछुआरों पर हमला कर दिया. इस घटना के बाद 10 मछुआरों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. जबकि एक की हालत गंभीर बताई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, यह चौंकाने वाली घटना तब हुई, जब मछुआरे हर रोज की तरह अपनी नाव से समुद्र में मछली पकडऩे गए थे. हमलावरों ने मछुआरों पर धारदार दरांती, लोहे की रॉड और लकड़ी के डंडों से हमला किया.
घायल मछुआरों को आई गंभीर चोटें
घायल मछुआरों की पहचान ससी कुमार, उदयशंकर, शिवशंकर, किरुबा, कमलेश, विग्नेश, विमल, सुब्रमण्यम, तिरुमुरुगन, मुरुगन और अरुण के रूप में हुई है. इस घटना में मछुआरों को गंभीर चोटें आई हैं. सबसे ज्यादा शिवशंकर घायल हुए हैं. उनके बाएं हाथ में गहरी चोट आई है. उन्हें गंभीर हालत में तंजावुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बाकी के 10 मछुआरों का इलाज नागपट्टिनम के स्थानीय अस्पताल में चल रहा है.
ये सामान लेकर भागे लुटेरे
लुटेरे हमला करने के बाद कीमती सामान लेकर भाग निकले. उन्होंने नाव का इंजन, जीपीएस डिवाइस, वॉकी-टॉकी, मछली पकडऩे के महंगे जाल और समुद्र से पकड़ी गई मछलियों को भी लूट लिया. बताया जा रहा है कि ये समुद्री लुटेरे श्रीलंका की ओर से आए थे. मछुआरे जब समुद्र में मछली पकड़ रहे थे, तभी लुटेरे अचानक उनकी नाव के पास पहुंचे और हमला शुरू कर दिया.
तट तक वापस लौटने में हुई परेशानी
हमले के बाद नाव पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और मछुआरों को तट तक लौटने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. यह पहली बार नहीं है जब तमिलनाडु के मछुआरों को श्रीलंकाई समुद्री लुटेरों का शिकार होना पड़ा है. इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. पिछले साल फरवरी और अप्रैल के महीने में भी श्रीलंकाई समुद्री डाकुओं ने तमिलनाडु के नागापट्टिनम के मछुआरों पर हमला किया था और उन्हें घटल कर उनका सामान लूट ले गए थे.



