जबलपुर. संस्कारधानी जबलपुर में जन्मे महान फिल्म अभिनेता प्रेमनाथ की 33 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर नर्मदा तट जिलहरी घाट स्थित उनकी समाधि पर उनको सम्मान देने व प्यार करने वाले प्रशंसकों ने एक श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया. इस कार्यक्रम में प्रेमनाथ की एम्पायर टॉकीज के पूर्व कार्मिकों के साथ मुंबई से उनके छोटे पुत्र मोंटीनाथ भी ऑनलाइन जुड़े. प्रेमनाथ की आत्मा की शांति के लिए अग्निहोत्र विधि से हवन व प्रार्थना की गई.
उल्लेखनीय है कि आज ही महान कलाकार पृथ्वीराज कपूर की जयंती भी थी. प्रेमनाथ उनको अपना गुरू मानते थे. प्रेमनाथ ने जिलहरी घाट में पृथ्वीराज कपूर की समाधि का निर्माण करवाया जिलहरी घाट में उपस्थित समूह ने प्रेमनाथ के साथ पृथ्वीराज कपूर को भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया. श्रद्धांजलि सभा में पवन शर्मा ने कहा कि प्रेमनाथ जबलपुर से प्यार करते थे और उनकी नर्मदा नदी के प्रति अगाध श्रद्धा थी. उनकी 33 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर वैदिक विधि से हवन कर श्रद्धांजलि देने से उपयुक्त और कुछ नहीं हो सकता. पवन शर्मा ने कहा कि प्रेमनाथ पर्यावरण को लेकर भी बहुत संवेदनशील थे.
एम्पायर टॉकीज के पूर्व प्रबंधक डीपी बाजपेयी, टॉकीज के ऑपरेटर रहे बाबूलाल नायडू, संजय श्रीवास्तव ने प्रेमनाथ से संबंधित कई समृतियों को साझा किया. इस अवसर पर राजेश राव ने अग्निहोत्र विधि से हवन करवाया. गजेन्द्र गरेवाल, जयंत वर्मा, लक्ष्मीकांत शर्मा, फिल्म निर्देशक सावन कुमार के सहायक रहे पुनीत मिकी चोपड़ा, विनीत यादव, फिल्म मेकर ऋत्विक यादव, एनआरआई चेतन जग्गी, करम परिहार, रमेश शर्मा ने प्रेमनाथ को याद करते हुए उनकी स्मृति को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए अपने सुझाव दिए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-



