जबलपुर. एमपी के जबलपुर में मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (CMHO) आफिस में पदस्थ बाबू आकाश गुप्ता को आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) की टीम ने 60 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा है. आकाश गुप्ता द्वारा एक पैथालॉजी सेंटर के संचालक मनोज श्रीवास्तव से शिकायत का खात्मा करने के एवज में उक्त रिश्वत ले रहा था.
ईओडब्ल्यू के अधिकारियों ने बताया कि CMHO आफिस में पदस्थ बाबू आकाश गुप्ता ने एक पैथालॉजी सेंटर के संचालक मनोज श्रीवास्तव से शिकायत का खात्मा करने के लिए 80 हजार रुपए की रिश्वत मांगी. संचालक ने 20 हजार रुपए की पहली किश्त दे दी. इसके बाद EOW एसपी से शिकायत की. पैथालॉजी संचालक आज 60 हजार रुपए लेकर आफिस पहुंचा. जहां से बाबू आकाश गुप्ता आफिस से अपनी मोटर साइकल में संचालक को बिठाकर दो किलोमीटर दूर तीन पत्ती चौराहा के समीप एक होटल में ले गया.
जहां पर मनोज श्रीवास्तव ने 60 हजार रुपए की रिश्वत दी. बाबू ने जैसे ही रिश्वत की राशि ली तभी पीछा करते हुए पहुंची EOW की टीम ने आकाश गुप्ता को रंगे हाथ पकड़ लिया. इस घटना के सामने आने के बाद यह बात चर्चाओं में रही कि स्वास्थ्य विभाग में लंबे समय से पैथोलॉजी सेंटर की झूठी शिकायत बनाकरए उनसे वसूली का खेल चल रहा है. बताया जा रहा है कि पहले स्वास्थ्य विभाग से एक शिकायत पैथोलॉजी सेंटर पहुंचती थी और फिर इस शिकायत को आधार बनाकर यहां पर कार्रवाई को रफा-दफा करने के बदले में रिश्वत मांगी जाती थी.
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