नई दिल्ली. संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी कांग्रेस सहित विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया. लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी. कुछ सांसद वेल तक पहुंच गए. इस दौरान विपक्षी सांसदों ने वोट चोर गद्दी छोड़ के नारे लगाए. विपक्षी सांसदों के नारेबाजी के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी है. उधर, उच्च सदन में भी एसआईआर को लेकर नारेबाजी हुई और संचार साथी ऐप का भी मुद्दा उठा. हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही भी दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
इससे पहले विपक्षी सांसदों ने सुबह 10.30 बजे संसद परिसर में मकर द्वार के सामने लगातार दूसरे दिन प्रदर्शन किया. उन्होंने स्ढ्ढक्र को तुरंत रोकने और उस पर चर्चा की मांग की. वहीं, सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में स्ढ्ढक्र और वोट चोरी के आरोप के मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा किया.
संचार साथी ऐप पर बैकफुट पर आई सरकार
संचार साथी ऐप मामले में विपक्ष ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. इसके बाद सरकार बैकफुट पर आ गई है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ऐप अनिवार्य नहीं है. ऐप को डिलीट करना चाहे तो कर सकते हैं.
ये हैं निर्देश
निर्देश में बताया गया कि केंद्र सरकार को टेलीकॉम साइबर सिक्योरिटी को खतरे में डालने वाले कामों की पहचान करने और रिपोर्ट करने के लिए जरूरी डिजिटल या दूसरे तरीके बनाने का अधिकार है, इसलिए दूरसंचार विभाग ने संचार साथी ऐप शुरू किया है, जो स्टेकहोल्डर्स को आईएमईआई से जुड़े संदिग्ध गलत इस्तेमाल की रिपोर्ट करने और मोबाइल डिवाइस में इस्तेमाल होने वाले आईएमईआई की असलियत वेरिफाई करने में मदद करता है.
मोबाइल में पहले से इंस्टॉल करने के आदेश
मोदी सरकार ने अपने निर्देश में कहा कि डुप्लीकेट या नकली आईएमईआई वाले मोबाइल हैंडसेट टेलीकॉम साइबर सिक्योरिटी के लिए गंभीर खतरा पैदा करते हैं, इसलिए केंद्र सरकार भारत में इस्तेमाल के लिए बनाए गए या इम्पोर्ट किए गए मोबाइल हैंडसेट के हर निर्माता और इम्पोर्टर को यह निर्देश देती है कि 90 दिनों के भीतर यह पक्का करें कि संचार साथी मोबाइल एप्लीकेशन, भारत में इस्तेमाल के लिए बनाए गए या इम्पोर्ट किए गए सभी मोबाइल हैंडसेट पर पहले से इंस्टॉल हो.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-



