धार. भ्रष्टाचार के खिलाफ एमपी में मुहिम लगातार चल रही है. इसी क्रम में आज बुधवार 3 दिसम्बर को धार जिले के डही बीआरडी कार्यालय के बाबू को 10 हजार की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस ने रंगे हाथ पकड़ा है.
आरोपित यह रकम सेवानिवृत्त चपरासी के पेंशन प्रकरण और एनपीएस कटौती राशि आहरित करने के एवज में मांग रहा था. प्रदेश में भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई के निर्देशों के तहत पुलिस महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख और उप पुलिस महानिरीक्षक मनोज कुमार सिंह के मार्गदर्शन में लोकायुक्त इंदौर इकाई ने बुधवार को महत्वपूर्ण ट्रैप कार्रवाई को अंजाम दिया.
डही निवासी आवेदक रणजीत वामनिया ने शिकायत की थी कि शिक्षा विभाग, डही के सहायक ग्रेड-3 व लेखा शाखा प्रभारी दिनेश भिड़े उनके पिता के पेंशन प्रकरण तैयार करने और एनपीएस कटौती राशि आहरित करने के बदले 10,000 रुपये रिश्वत मांग रहे हैं. बताया जा रहा है कि आवेदक के पिता कुवंरसिंह वामनिया सीएम राइज स्कूल डही में चपरासी के पद से 31 जुलाई 2025 को सेवानिवृत्त हुए थे. शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक (लोकायुक्त) इंदौर राजेश सहाय के निर्देशन में 28 नवंबर को सत्यापन कराया गया, जिसमें आरोप सही पाया गया. इसके बाद बुधवार, 3 दिसंबर को ट्रैप की योजना बनाई गई.
कार्यवाही जारी है
आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7, के अंतर्गत कार्यवाही जारी है. ट्रैप दल में निरीक्षक रेनू अग्रवाल, प्रधान आरक्षक प्रमोद यादव, आरक्षक पवन पटोरिया, सतीश यादव, मनीष माथुर और कृष्णा अहिरवार शामिल थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-



