पलपल संवाददाता, जबलपुर/भोपाल. मध्यप्रदेश में कोरोना का एक बार फिर संकट छा गया है, जिसके चलते इस वर्ष भी पांचवी तक की क्लास नहीं लगाई जाएगी, इसके अलावा छटवीं से लेकर आठवीं तक की कक्षाओं को लेकर भी जल्द ही सरकार निर्णय लेगी.
सूत्रों के अनुसार मध्यप्रदेश के इंदौर, भोपाल सहित अन्य कुछ जिलों में कोरोना के मामले एक बार फिर बढ़ गए है, जिसे लेकर मुख्यमंत्री ने चिंता जाहिर की है, जिसके चलते एक बार फिर शासन द्वारा हर सप्ताह समीक्षा की जा रही है, इसके बाद छोटे बच्चों की क्लास न खोलने का निर्णय लिया गया है, आगे के हालात को देखते हुए बड़ी क्लास खोलने पर विचार किया जाएगा. सरकार की पहली प्राथमिका है कि परीक्षाएं आयोजित कराई जाए, जिसके चलते निजी व सरकारी स्कूलों के लिए गाइड लाइन जारी की गई है, जहां तक दसवीं व बारहवीं कक्षा की परीक्षा का सवाल है तो ऑफ लाइन हो सकती है, हालांकि निजी स्कू लों को परीक्षाएं ऑफ लाइन व ऑन लाइन दोनों तरह से कराने की छूट है, वे अपनी सुविधा के अनुसार गाइड लाइन का पालन करते हुए निर्णय ले सकते है. इन परीक्षाओं के समाप्त होने के बाद ही नए सत्र को प्रारम्भ करने पर विचार विमर्श किया जाएगा. वहीं सरकार ने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि निजी स्कूल मनमानी फीस नहीं ले सकते है, अगर कोई स्कूल फीस बढ़ाना चाहता तो उसे पहले शासन से अनुमति लेना होगी, फीस बढ़ाने का कारण बताना होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सेना के आरआर अस्पताल में लिया कोरोना वैक्सीन का पहला डोज़
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