नीता अंबानी ने आधी आबादी के लिए लॉन्च किया डिजिटल प्लेटफॉर्म- HerCircle.in

नीता अंबानी ने आधी आबादी के लिए लॉन्च किया डिजिटल प्लेटफॉर्म- HerCircle.in

प्रेषित समय :17:27:28 PM / Mon, Mar 8th, 2021

श्रीमती अनिता ([email protected]). धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की संस्थापक नीता अंबानी को किसी परिचय की जरूरत नहीं हैे, जिन्होंने अपने काम केे दम पर अपनी खास पहचान बनाई हैे. समाज कल्याण के प्रायोगिक नजरिए से नीता अंबानी ने वर्ष 2010 में रिलायंस फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की, जो देश का सबसे बड़ा प्राइवेट चैरिटेबल ट्रस्ट है, जो ग्रामीण इलाकों में शिक्षा, स्वास्थ्य, कला-संस्कृति और खेल की सुविधाएं प्रदान करता हैे. यही नहीं, प्राकृतिक आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भी यह ट्रस्ट उल्लेखनीय कार्य करता रहा है.

नीता अंबानी कोे श्री चंद्रशेखरेन्द्र सरस्वती विश्वविद्यालय, कांचीपुरम से शिक्षा, समाज सेवा और मानव प्रेम के लिए डाक्टरेट की उपाधि मिली है.

वे रिलायंस इंडस्ट्रीज और नेशनल एसोसिएशन ऑफ ब्लाइंड की- दृष्टि, समाज सेवी संस्था से भी जुड़ी हैं, तोे अभी दुनिया की आधी आबादी के लिए एक बेहतर कदम उठाया है.

खबर है कि अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी ने खास तौर पर महिलाओं के लिए बने डिजिटल प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया है, जो अपनी तरह का पहला डिजिटल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है, जिसका मकसद महिलाओं के सशक्तीकरण और वैश्विक स्तर पर महिलाओं के उत्थान के लिए काम करना है.

लॉन्च के अवसर पर रिलायंस फाउंडेशन की चेयरपर्सन नीता अंबानी का कहना था कि- जब महिलाएं, महिलाओं का ध्यान रखती हैं तो अविश्वसनीय चीजें होती हैं! मैं अपने जीवन भर मजबूत महिलाओं से घिरी रही, जिनसे मैंने करुणा, लचीलापन और सकारात्मकता सीखी और बदले में वही सीख मैंने दूसरों को देने का प्रयास किया. मैं 11 लड़कियों के परिवार में पली-बढ़ी, जहां मुझे खुद पर विश्वास करना सिखाया गया. अपने सपनों का साकार करने के लिए बिना शर्त प्यार और विश्वास मुझे अपनी बेटी ईशा से मिला. अपनी बहू श्लोका से मैंने सहानुभूति और धैर्य सीखा. चाहे वह रिलायंस फाउंडेशन में मेरे साथ काम करने वाली महिलाएं हों या राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महिला नेता, हमारे साझा अनुभवों ने मुझे सीखाया है कि हमारे संघर्ष और जीत एक दूसरे के साथ गूथे हुए हैं.

मुझे खुशी है कि हम HerCircle.in के माध्यम से लाखों महिलाओं के लिए समर्थन और एकजुटता का एक विस्तृत सर्किल बना सकते हैं. जिसमें हर महिला का स्वागत होगा, 24x7 वैश्विक नेटवर्किंग, डिजिटल क्रांति व सबके सहयोग से ‘हरसर्किल’ सभी संस्कृतियों, समुदायों और देशों की महिलाओं के विचारों और पहल का स्वागत करेगा. समानता और सिस्टरहुड इस प्लेटफॉर्म की विशेषता होगी.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, सहभागिता, नेटवर्किंग और आपसी सहयोग के लिए ‘हरसर्किल’ महिलाओं को एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा.

‘हरसर्किल’ को महिलाओं के डिजिटल ग्रुप के तौर पर बनाया गया है, जिसकी शुरुआत तो भारतीय महिलाओं के साथ होगी, परन्तु दुनिया भर की महिलाओं की भागीदारी भी संभव होगी.

खास बात यह हैै कि यह एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है जो हर उम्र और आर्थिक, सामाजिक पृष्ठभूमि वाली महिलाओं की बढ़ती जरूरतों, उनकी आकांक्षाओं, महत्वाकांक्षाओं और सपनों को पूरा करेगा.

हरसर्किल’ महिलाओं से संबंधित सामग्री प्रदान करने के लिए वन-स्टॉप डेस्टिनेशन होगा. यह आकर्षक और महिला विकास की सामग्री से भरपूर होगा. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से महिलाओं को एक-दूसरे से जुड़ सकेंगी. यहां वीडियो देखे जा सकेंगे. यही नहीं वित्त, कार्य, व्यक्तित्व विकास, सामुदायिक सेवा, सौंदर्य, फैशन, मनोरंजन, रचनात्मक आत्म अभिव्यक्ति के लेख पढ़े जा सकेंगे. महिलाओं की सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भागीदारी को कवर करने वाली समाधान उन्मुख जीवन रणनीतियों के लेख भी यहां मिलेंगे.

प्लेटफॉर्म पर रिलायंस का विशेषज्ञ पैनल महिलाओं को स्वास्थ्य, कल्याण, शिक्षा, उद्यमिता, वित्त, परोपकार और नेतृत्व पर मुफ्त सलाह देगा. अपस्किलिंग और जॉब सेक्शन में प्रोफाइल के अनुकूल नौकरी के अवसर भी प्राप्त होंगे. महिलाएं डिजिटल पाठ्यक्रमों के माध्यम से सफल व्यवसायी बनने के गुर भी यहां सीख सकती हैं. हरसर्किल का सोशल नेटवर्किंग हिस्सा केवल और केवल महिलाओं के लिए ही होगा, जबकि विडियो और आर्टिकल वाला सेक्शन सभी के लिए खुला रहेगा. सोशल नेटवर्किंग केवल महिलाओं के लिए ही आरक्षित होने के कारण महिलाएं बिना झिझक नए दोस्त बना सकेंगी और सवाल पूछ सकेंगी. वित्त प्रबंधन और स्वास्थ्य संबंधी सवालों के लिए विशेष चैटरूम बनाया गया है. फिटनेस, गर्भ और पेरेंटिंग संबंधी विषयों के लिए एक विशेष ‘हर गुड हैबिट ऐप ट्रैकर’ भी इसमें उपलब्ध होगा.

हरसर्किल, डेस्कटॉप और मोबाइल पर खुलने वाली वेबसाइट है. यह गूगल प्ले स्टोर और माई जियो ऐप स्टोर पर मुफ्त उपलब्ध है. हरसर्किल में यूजर्स फ्री रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. अभी यह वेबसाइट अंग्रेजी में उपलब्ध है, बाद में अन्य भारतीय भाषाओं में इसे लॉन्च किया जाएगा!

महिला दिवस.... कानूनन सजा तो है, कानून समझाएगा कौन?

https://palpalindia.com/2021/03/07/adhi-duniya-Womens-Day-legal-punishment-crimes-theft-murder-quarrel-news-in-hindi.html


Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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