नई दिल्ली. देश में कोरोना की दूसरी लहर दिखाई पड़ रही है. यही कारण है कि महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, केरल जैसे राज्यों में एक बार फिर लॉकडाउन के हालात बन गए हैं. तमाम चेतावनियों और सख्ती के बाद भी लोग मास्क लगाने और शारीरिक दूरी का पालन करने के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. इस बीच एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना काल में हुई शादियों और भीड़ जुटाने वाले आयोजनों का नतीजा है कि देश एक बार फिर लॉकडाउन के मुहाने पर पहुंच गया है.
एनआईटीआई आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल के मुताबिक, आबादी का एक बड़ा वर्ग अभी भी कोरोना को लेकर असुरक्षित है, खासकर गांवों में. रिपोर्ट में वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा गया है, हम इस स्तर पर अपनी सावधानियों को कम नहीं कर सकते हैं. सामूहिक समारोहों से बचना चाहिए, क्योंकि यह सुपरस्प्रेडिंग इवेंट बन सकते हैं. संकेत स्पष्ट है कि आने वाले समय में शादियों के साथ ही ऐसे आयोजनों पर शिकंजा कस सकता है, जिनमें तय सीमा से अधिक लोग जुटाए जा रहे हैं.
2021 में शादियों के शुभ मुहूर्त
अभी मलमास या खरमास चल रहा है. इसलिए नवरात्र तक कोई शुभ मुहूर्त नहीं है. यानी अब शादियों का सिलसिला अप्रैल में ही होगा. अप्रैल में शादी के पांच मुहूर्त हैं. ये तारीखें हैं- 24, 25, 26, 27 और 30 अप्रैल. इसके बाद मई में शादी के 11 मुहूर्त हैं. ये तारीखें हैं - 2, 4, 7, 8, 21, 22, 23, 24, 26, 29 और 31 मई.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-कोरोना हो रहा खतरनाक, लगातार दूसरे दिन 40 हजार से ज्यादा मामले
केंद्र सरकार ने उत्तराखंड को किया आगाह, हरिद्वार कुंभ से बढ़ सकता है कोरोना, बरतें सावधानियां
छत्तीसगढ़ में सभी शिक्षण संस्थानों और आंगनबाड़ी को तत्काल प्रभाव से बंद करने के आदेश, कोरोना है कारण
जबलपुर में बढ़ी कोरोना की रफ्तार, थम गया शहर, दिखा लॉक-डाउन का असर
जबलपुर में बढ़ी कोरोना की रफ्तार, थम गया शहर, दिखा लॉक-डाउन का असर
देश में तेजी से पांव पसार रहा कोरोना संक्रमण, फिर सामने आये रिकॉर्ड नये मामले
Leave a Reply