लखनऊ/वाराणसी/प्रयागराज. यूपी पंचायत चुनाव की मतगणना काम पूरा हो चुका है. जबकि यूपी की सत्ता पर काबिज भाजपा के लिए जिला पांचयत चुनाव के नतीजे काफी चौंकाने वाले रहे हैं. यही नहीं, भाजपा (BJP) को जिला पंचायत चुनाव में लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर, वाराणसी, अयोध्या, मथुरा, मेरठ, रायबरेली और इटावा समेत कई बड़े जिलों में समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी जोरदार टक्कर के साथ मात खानी पड़ी है.
बहरहाल, यूपी की राजधानी लखनऊ के साथ प्रयागराज में जिला पंचायत चुनाव में भाजपा को बड़ी हार झेलनी पड़ी है. भाजपा को लखनऊ जिला पंचायत सदस्य की 25 सीटों में से सिर्फ तीन पर जीत मिली है. इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने 10, बसपा ने पांच और 7 पर निर्दलीय कब्जा करने में सफल रहे हैं. अगर बात प्रयागराज की करें तो यहां कुल 84 जिला पंचायत सदस्य हैं, जो कि यूपी में एक जिले में सबसे अधिक हैं. भाजपा को यहां 15 सीटों पर जीत मिली है, तो समाजवादी पार्टी ने 25 पर विजय हासिल की है. इसके अलावा बसपा और अपना दल (एस) को चार-चार, एआईएमआईएम और कांग्रेस को एक-एक, तो आम आदमी पार्टी ने दो सीट पर कब्जा किया है. हालांकि प्रयागराज में भाजपा के 13 बागी चुनाव जीतने में सफल रहे हैं.
कानपुर और इटावा में सपा ने भाजपा को दी पटखनी
जिला पंचायत चुनाव में भाजपा को कानपुर देहात में भी हार मिली है. यहां की 32 सीटों में से सपा को 12, बसपा को सात, भाजपा को चार और अन्य को 9 पर जीत मिली है. जबकि इटावा में भाजपा के सभी दावे फेल रहे हैं. मुलायम के गढ़ में सपा और शिवपाल सिंह यादव की प्रसपा ने 20-20 सीट पर कब्जा किया है. इसके अलावा भाजपा और बसपा एक-एक, तो दो पर निर्दलीय जीते हैं.
आजम खान के गढ़ में सपा की जीत
अगर सपा सांसद आजम खान के गढ़ की बात करें तो यहां की 35 जिला पंचायत सीटों में से सपा को 11, भाजपा को सात, बसपा और कांग्रेस को दो-दो, तो 12 पर निर्दलीय प्रत्याशी कब्जा करने में सफल रहे हैं.
वाराणसी में सपा, मथुरा में बसपा का जलवा
लखनऊ और प्रयागराज के अलावा पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भाजपा को हार मिली है. काशी में जिला पंचायत की 40 सीट हैं, जिसमें से समाजवादी पार्टी ने 17, भाजपा ने 8, कांग्रेस ने 5, बसपा और अपना दल (एस) ने तीन-तीन, आम आदमी पार्टी और यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने एक-एक सीट पर कब्जा किया है. जबकि दो पर निर्दलीय जीते हैं. वहीं, जिला पंचायत चुनाव में मथुरा में बसपा ने 12 सीट पर बाजी मारकर अपना दम दिखाया है, तो आरएलडी ने 9 सीट पर जीत दर्ज की है. भाजपा ने यहां सिर्फ 8 सीट पर कब्जा कर सकी है. इसके अलावा सपा ने एक सीट तो तीन पर निर्दलीय अपना परचम लहराने में सफल रहे हैं.
अयोध्या में भाजपा पर भारी पड़ी सपा, गोरखपुर में चला सीएम का जादू
यही नहीं, अयोध्या में जिला पंचायत की 40 सीटें हैं, जिसमें से 18 पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली है, तो भाजपा के खाते में सिर्फ आठ सीट आयी हैं. जबकि बसपा को चार सीट, तो 10 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं. वहीं, सीएम योगी के गढ़ यानी गोरखपुर में जिला पंचायत सदस्य की 68 सीटों में से भाजपा ने 20 सीटों पर जीत दर्ज की है, तो सपा ने 20 पर कब्जा किया है. इसके अलावा बसपा ने दो, आम आदमी पार्टी ने एक सीट जीती है. वहीं, गोरखपुर में 25 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है.
मेरठ में सपा-बसपा ने घेरा, आगरा में बसपा ने दी टक्कर
मेरठ में 33 जिला पंचायत सदस्यों के लिए हुआ चुनाव में बसपा ने 9, सपा ने सात, भाजपा और आरएलडी ने 6-6 सीट जीती हैं. वहीं, पांच सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते हैं. आगरा में जिला पंचायत सदस्य के रूप में भाजपा के 19 प्रत्याशी चुने गए हैं. जबकि बसपा 17 जीत के साथ दूसरे नंबर पर है. वहीं, सपा को पांच तो दस सीट पर निर्दलीय कब्जा करने में सफल रहे हैं. वहीं, एक सीट आरएलडी को मिली है.
बुंदेलखंड में चला सीएम का जादू
भाजपा के लिहाज से बुंदेलखंड के नतीजे अच्छे रहे हैं. बुंदेलखंड की 148 सीटों में से 44 पर भाजपा, 34 पर सपा और 31 पर बसपा ने बाजी मारी है. इसके अलावा 39 सीट कांग्रेस, अपना दल, निषाद पार्टी और निर्दलीयों के खाते में गयी हैं.
75 जिलों में चार चरणों में हुए चुनाव
बता दें कि उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में चार चरणों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मत डाले गए थे. पहले चरण में 15 अप्रैल, दूसरे में 19 अप्रैल, तीसरे में 26 अप्रैल और चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान हुआ था. राज्य में चारों चरणों में ग्राम पंचायत प्रधान के 58,194, ग्राम पंचायत सदस्य के 7,31,813, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 75,808 और जिला पंचायत सदस्य के 3,051 पदों के लिए मत डाले गये हैं. वैसे इस बार पंचायत चुनाव में भाजपा, सपा,बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन जैसी राजनीतिक पार्टियों ने भी अपने प्रत्याशी उतारे थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी पंचायत चुनाव: वाराणसी, मथुरा, अयोध्या में भाजपा की करारी शिकस्त, सपा-बसपा फायदे में
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