पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के सौदागर सरबजीतसिंह मोखा के बेटे हरकरण को आज उस वक्त गिरफ्तार कर लिया गया, जब वह जिला न्यायालय परिसर के अंदर घुसने की फिराक में रहा, तभी खमरिया थानाप्रभारी निरुपा पांडेय ने फुर्ती दिखाते हुए उसे बाहर ही पकड़ लिया. इस दौरान जिला न्यायालय परिसर में अफरातफरी मच गई. हरकरण की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही थी.
बताया जाता है कि सरबजीत मोखा के नकली रेमडेसिविर में राजदार बेटा हरकरणसिंह मोखा की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही थी, यहां तक कि दिल्ली से अमृतसर तक पुलिस पहुंच गई लेकिन हरकरण का कहीं पता नहीं चल सका, क्योंकि तमाम खबरे पुलिस को लगातार मिल रही थी कि हरकरण अपने दोस्त की कार लेकर दिल्ली के लिए भागा है, बहुत हद तक यह सच भी रहा होगा, लेकिन हरकरण मोखा बड़े ही सुनियोजित तरीके से जबलपुर आ गया और वह अपने पिता के रसूखदार परिचितों, दोस्तों की मदद से कार से आज जिला न्यायालय परिसर तक पहुंच गया, वह न्यायालय परिसर के अंदर घुसने के लिए नकाब पहनकर दौड़ते ही जा रहा था, तभी ड्यूटी पर तैनात खमरिया थानाप्रभारी निरुपा पांडेय को कुछ संदेह हुआ और उन्होने फुर्ती दिखाते हुए हरकरण का दौड़ते ही पीछा किया और बाहर से ही पकड़ लिया, महिला थानाप्रभारी निरुपा पांडेय को फुर्ती से दौड़ते हुए देख अन्य पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी भागे, देखा तो निरुपा पांडेय के हत्थे चढ़ा कोई और नहीं हरकरणसिंह मोखा ही था. इस बीच जिला न्यायालय परिसर में अफरातफरी मच गई, आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिन्हे पता चला कि मोखा का बेटा हरकरण है तो वे भी हतप्रभ रह गए. पुलिस अधिकारी तत्काल उसे सरकारी वाहन में लेकर चले गए. मोखा के बेटे हरकरण सिंह मोखा की गिरफ्तारी चर्चा का विषय बनी रही.
नकली इंजेक्शन की डिलेवरी लेने हरकरण ही गया था-
एसआईटी को यह जानकारी लगी थी कि सरबजीतसिंह मोखा का बेटा हरकरण सिंह मोखा ने ही नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिलेवरी ली थी, उस वक्त देवेश चौरसिया भी साथ में रहा. इसके अलावा उसके पास एक विदेशी रिवाल्वर होने की खबर भी पुलिस अधिकारियों को लगी थी.
मां के साथ मिलकर नष्ट किए थे नकली इंजेक्शन-
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह भी जानकारी रही कि हरकरणसिंह ने अपनी मां जसमीत के साथ मिलकर नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन को नष्ट किया था, लोहिया पुल के नाले में फेंकने में भी हरकरण साथ में ही रहा. इन सारे बिन्दुओं पर खुलासा एसआईटी द्वारा की जाने वाली पूछताछ में होगा. एसआईटी द्वारा हरकरण का भी न्यायालय से रिमांड लिया जाएगा.
सुनियोजित तरीके से आया हरकरण-
ऐसी भी चर्चा है कि हरकरणसिंह को बड़े ही सुनियोजित तरीके से जिला न्यायालय तक पहुंचाने की साजिश रची गई, जिसमें सरबजीतसिंह मोखा के रसूखदार मित्र शामिल है, वे अपनी सुनियोजित साजिश में कामयाब होते इससे पहले पुलिस को भनक लग चुकी थी और शहर में चारों ओर तैनात पुलिस ने मोखा के बेटे को पकड़ लिया.
दमोह, सागर, सिवनी, छिंदवाड़ा के पीडि़तों को भी सिटी अस्पताल में लगाए गए नकली इंजेक्शन सिटी अस्पताल में मरीजों को लगाए गए नकली रेमडेसिविर मामले में एसआईटी को जांच में नए नए खुलासे हो रहे है. जिसमें यह जानकारी लगी है कि सिटी अस्पताल में कोरोना संक्रमण से पीडि़त मरीज दमोह, सागर, सिवनी व छिंदवाड़ा से आकर भरती हुए है, यहां के पीडि़तों के बयान दर्ज करने के लिए दो टीमें इन शहरों के लिए रवाना हो गई है. इसके अलावा नकली इंजेक्शन के सौदागर राकेश शर्मा की कार को जब्त कर लिया गया है, जिसमें बैठकर राकेश शर्मा, सुनील मिश्रा व गुजरात के दोनों व्यापारियों के साथ सौदा हुआ था.
इंदौर के राकेश शर्मा की कार जब्त-
इधर जबलपुर में एसआईटी ने रीवा के सुनील मिश्रा व इंदौर के राकेश शर्मा को तिलवारा पुल पर ले जाकर 35 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन फेंकने का रिक्रिएशन कराया, यहां तक कि राकेश शर्मा की कार को भी जब्त कर लिया गया है, सुनील मिश्रा ने इंजेक्शन फेंकने को लेकर अलग अलग तारीखों का जिक्र किया, पहले 6 मई बताया लेकिन उसके मोबाइल का रुट लोकेशन निकाला गया तो 4 मई पता चला, बाद में सुनील मिश्रा ने यही तारीख बताई.
राकेश शर्मा की कार में बैठकर हुआ था सौदा-
एसआईटी ने राकेश शर्मा की उक्त कार को भी जब्त कर लिया है, जिसमें बैठकर सुनील मिश्रा, गुजरात के दोनों कारोबारियों ने नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का सौदा किया गया था.
जबलपुर में पकड़ा गया राकेश शर्मा इंदौर में एमआर रहा-
पुलिस अधिकारियों की माने तो राकेश शर्मा इंदौर में रहकर एमआर का काम करता रहा, जिसका वहां पर फ्लैट भी है, सपनी ने राकेश के जरिए ही गुजरात में नकली इंजेक्शन बनाने वाले फार्मा संचालक पुनीत शाह, कौशल बोहरा से 5 सौ नकली इंजेक्शन का सौदा किया था. इसमें सुनील मिश्रा भी शामिल रहा, सुनील भी दवा के कारोबार में लम्बे समय से जुड़ा है, पूरी बातचीत कार में बैठकर ही हई थी.
सिटी अस्पताल की नर्सिंग होम एसोसिएशन की सदस्यता समाप्त
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन के मामले में सरबजीतसिंह मोखा, उनकी पत्नी जसमीत, मैनेजर सोनिया, देवेश चौरसिया की गिरफ्तारी के बाद आज सिटी अस्पताल की नर्सिंग होम एसोसिएशन की सदस्यता को भी समाप्त कर दिया गया है, नर्सिंग होम एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डाक्टर जितेंद्र जामदार ने इस आशय की जानकारी दी है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का एक और सौदागर राकेश शर्मा गिरफ्तार
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