व्यापार पर तंत्र का बंधन कैसे होता है?

व्यापार पर तंत्र का बंधन कैसे होता है?

प्रेषित समय :21:56:15 PM / Fri, May 28th, 2021

आजकल आपने बहुत से ऐसे लोगों को सुना होगा जो कहते हैं कि उनका व्यापार बहुत सालों से बहुत अच्छा चल रहा था परंतु पिछले कुछ समय से व्यापार में ऐसी ऐसी परेशानियां आ रही हैं कि बहुत उपाय करने के बाद भी ठीक नहीं हो पा रही हैं तो इसके लक्षण किस प्रकार के होते हैं?

आइए पहले जान लेते हैं अगर किसी प्रकार का बंधन लगा हुआ है तो बिजनेस बहुत प्रभावित होता है जैसे कि आप अपने ऑफिस या दुकान पर जाते हैं, तो वैसे ही आपका मन आशंकित हो जाता है! तरह-तरह के डरावने विचार आने लगते हैं. व्यापार में मन नहीं लगता.  दुकान में साफ-सफाई पूजा पाठ  करने का भी मन नहीं करता. दुकान में रखे हुए सामान पर जाले और धूल  लगी रहती है. सफाई कभी-कभी ही हो पाती है. ग्राहक आता है लेकिन आपके व्यक्तित्व से वह प्रभावित नहीं हो पाता और आप उसको बेच नहीं पाते खाली हाथ ग्राहक चला जाता है. कमाई धीरे-धीरे घटने लगती है मन निराश होने लगता है जहां से आप सामान लेकर आते हैं वहां से संबंध खराब होने लगते हैं  अगर आपने उधार की हुई है तो उधार रुक जाती है. नए ग्राहक नहीं बन पाते. पिछले वाले टूटने लगते हैं.इन सब से व्यक्ति मानसिक रूप से इतना कमजोर हो जाता है सुबह उठ कर दुकान खोलने जाने से भी कतराते है. कई बार बेवजह के खर्चे कर्ज बढ़ा बेवजह के खर्चे कर्ज बढ़ा बढ़ा देते हैं. जितने भी कमाई होती है ऐसे कामों पर खर्च हो जाती है जहाँ नहीं होनी चाहिए. जैसे बीमारी, कोर्ट कचहरी, मुकदमा आदि. व्यक्ति इन सभी में फस कर कर ही रह जाता है. इन सब से व्यक्ति का मानसिक स्तर इतना व्यक्ति का मानसिक स्तर इतना मानसिक स्तर इतना दुर्बल हो जाता है कि वह अपना खुद का नुकसान करने लगता है और उसको पता भी नहीं चलता कि वह क्या कर रहा है  अगर इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो समझ लेना चाहिए कि कोई तंत्र क्रिया के द्वारा आपका व्यापार व्यापार के द्वारा आपका व्यापार बंद किया हुआ है.

अब बात करते हैं इसको खोला कैसे जाए?

वैसे तंत्र में बहुत सही क्रियाएं होती है जिसके द्वारा तंत्र के काटकर के व्यापार बंधन बंधन के व्यापार बंधन को खोल दिया जाता है और व्यक्ति दोबारा से अपने बिजनेस में सफल होने लगता है. लेकिन हमने अभी तक जितने भी उपाय किए हैं उन सभी में महालक्ष्मी कोड़ी यंत्र उपाय हमने उपाय हमने सबसे सकारात्मक परिणाम और सबसे जल्दी फलित होने वाला उपाय पाया है यंत्र को तैयार आप किसी भी दिन कर सकते हैं लेकिन इसको रखने के लिए शुक्ल पक्ष पक्ष का शुक्रवार सबसे उपयुक्त होता है. या फिर अमावस को, एकादशी को या पूर्णिमा को भी आप इसको रख सकते हैं इसमें मुख्य रूप से लाल या पीले कपड़े में  11 कौड़िया 21 कौड़िया 51 या 101 कौड़िया पूजा के लिए चाहिए होती हैं. साथ में कुछ कमलगट्टे भी लेने होते हैं. इनको देवी महालक्ष्मी जी के कुछ खास मंत्र द्वारा अभिमंत्रित करके मंत्र द्वारा अभिमंत्रित करके 4 से 5 दिन तक दिन तक अभीमंत्रण का कार्य किया जाता है. (मन्त्र सिद्ध होने पर ही काम करता है इसकी साधना पहले अलग से करनी होती है मन्त्र केवल साधना करने के इच्छुक साधक को ही दिया जा सकता है). यह जाप 11000 या 21000 या 51 हजार या सवा लाख तक किए जा सकते हैं अगर कोई विशेष बड़ी समस्या है तो इससे अधिक भी जाप करने पड़ सकते हैं. यह उपाय आर्थिक समस्याओं व्यापार, नौकरी का बंधन, कर्ज आदि के लिए बहुत ही कारगर होता है बाद में सभी कौड़ियों व कमलगट्टे लाल कपड़े में बांधकर घर के मंदिर या या लॉकर में ऑफिस के मंदिर या लॉकर में भी रख सकते हैं जो आपका कार्य क्षेत्र होता है यह व्यापार बन्धन खोलने के लिए उपाय बहुत ही शक्तिशाली उपाय होता है.

किसी भी प्रकार की समस्या समाधान के लिए आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ) जी से सीधे संपर्क करें -9131366453

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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