पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश में कोरोना को लेकर जहां सरकार से लेकर आमजन ने राहत की सांस ली है तो दूसरी ओर वैक्सीन को लेकर बवाल मचना शुरु हो गया है, एमपी के अधिकतर शहरों में 18 प्लस वालों के लिए वैक्सीन नहीं मिल रही है, जबलपुर सहित कई जिलों में सिर्फ दूसरा डोज ही c जा रहा है, यहां तक कि कटनी, दमोह, सिवनी व बालाघाट में वैक्सीन का स्टॉक ही खत्म हो गया है, जिसका कारण है कि सरकार के पास अब टीके के मात्र एक लाख डोज बचे है.
सूत्रों की माने तो प्रदेश के सभी जिलों को मिलाकर दो दिन पहले एक लाख डोज दिए गए, जिन्हे दो दिन उपयोग करना है, जबकि पर्याप्त डोज होने पर प्रतिदिन सवा लाख से डेढ़ लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही थी, अब वैक्सीन के डोज कम होने से ऑनलाइन बुकिंग के कम होने से स्लॉट खोले जाएगें. अधिकारिक सूत्रों की माने तो अभी दो से ढाई लाख डोज और मिलने वाले है, जिसका उपयोग सोमवार के बाद किया जाएगा, अभी चर्चाओं में यह बात भी सामने आई है कि प्रदेश में सरकार वैक्सीन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके चलते 21 जून को 13 लाख डोज मिल जाएगें, जिसमें कोवीशील्ड के 11 लाख व कोवैक्सीन के ढाई लाख डोज सप्लाई होने की उम्मीद है.
ऐसा भी कहा जा रहा है कि 21 जून को योग दिवस के अवसर पर 18 साल के ऊपर के सभी नागरिकों को केन्द्र सरकार फ्री वैक्सीन मुहैया कराएगी, गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा वैक्सीन निर्माताओं से कुल उत्पादन का 75 प्रतिशत खरीदकर राज्यों को उपलब्ध कराएगी, वहीं 25 प्रतिशत निजी अस्पताल खरीद पाएगें. अभी तक कोवीशील्ड टीका के लिए सीरम इंस्टीट्यूट को अब तक 37 करोड़ रुपए का आर्डर दिया जा चुका है, इसमें 11 लाख डोज आना बाकी है. वहीं भारत बायोटेक को कोवैक्सीन के लिए दिए गए आर्डर में ढाई लाख डोज आना है, 21 जून के बाद सभी उम्र के लोगों को केन्द्र सरकार की ओर से फ्री टीका मिलेगा.
जबलपुर में भी वैक्सीनेशन कार्यक्रम बिगड़ा-
जबलपुर जिले में टीकाकरण को लेकर हालात कुछ बेहतर नहीं है, वैक्सीन की कमी के चलते यहां पर पिछले दिन टीकाकरण नहीं हो पाया, वहीं आज 24 स्थानों पर ही कोवीशील्ड के टीके लगाए गए, जिसमें 18 स्थानों पर कोवैक्सीन व 6 में कोवीशील्ड का डोज लगाया गया.
इंदौर में तीन हजार को ही लग पा रही वैक्सीन-
बताया गया है कि इंदौर में टीका खत्म होने के कारण कार्यक्रम धीमा पड़ गया है, एक दिन में तीन हजार को ही टीका लग पा रहा है, कुछ दिन पहले यहां पर 300 से ज्यादा शिविर लगाए जा रहे है, यह संख्या अब घटकर 100 पर पहुंच गई है.
सागर, छिंदवाड़ा में ऐसे है हालात-
यदि सागर, छिंदवाड़ा व रतलाम की बात की जाए तो यहां पर कोवीशील्ड खत्म हो गई है, कोवैक्सीन के डोज भी कम ही है, जिसके चलते कोवैक्सीन का दूसरा डोज ही लगाया जा रहा है, कोवीशील्ड वैक्सीन नहीं लगाई जा रहीै, न ही कोवैक्सीन का पहला टीका लगाया जा रहा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश की जेलों से कोरोना महामारी के चलते रिहा किये गये 4,500 कैदियों की पैरोल अवधि बढ़ी
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