दुबई. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने रविवार को भारत के वीनू मांकड़ सहित खेल के बड़े खिलाडिय़ों को अपने हॉल ऑफ फेम सूची में शामिल किया. इसमें जिसमें क्रिकेट के शुरुआती समय से पांच युगों के दो-दो खिलाडिय़ों को जगह दी गई है. यह घोषणा 18 जून से साउथम्प्टन में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले की गई.
आईसीसी से जारी बयान के मुताबिक, इसमें शामिल किए जाने वाले खेल के 10 दिग्गजों ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. वे आईसीसी हॉल ऑफ फेम की शानदार सूची में शामिल हो गए हैं. इसमें शामिल लोगों की कुल संख्या 103 हो गई है. वीनू मांकड़ ने 1947-48 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बिल ब्राउन को क्रीज से बाहर निकलने पर रन आउट किया था. इसके बाद इसे वीनू माकंड़ के नाम पर मांकडिंग का नाम दिया गया. सूची में जगह पाने वाले खिलाडिय़ों में दक्षिण अफ्रीका के ऑब्रे फॉल्कनर, ऑस्ट्रेलिया के मोंटी नोबल, वेस्टइंडीज के सर लीरी कॉन्सटेंटाइन, ऑस्ट्रेलिया के स्टेन मैककेबे, इंग्लैंड के टेड डेक्सटर और भारत के वीनू मांकड़ का नाम है.
2 हजार से अधिक रन और 150 से अधिक विकेटवेस्टइंडीज के डेसमंड हेंस, इंग्लैंड के बॉब विलिस, जिम्बाब्वे के एंडी फ्लावर और श्रीलंका के कुमार संगकारा को भी इसमें जगह दी गई है. भारत के महानतम ऑलराउंडरों में से एक माने जाने वाले मांकड़ ने 44 टेस्ट में 31.47 की औसत से 2,109 रन बनाने के साथ 32.32 के औसत से 162 विकेट भी लिए हैं. वह एक सलामी बल्लेबाज और बाएं हाथ के स्पिनर थे. टीम इंडिया को 1952 में मद्रास में पहली टेस्ट जीत मिली थी. इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में मांकड़ ने 12 विकेट लिए थे.
लॉर्ड्स में किया था कमाल उनका सबसे यादगार मैच 1952 में लॉर्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ था. इसमें 72 और 184 रन की पारियां खेलने के साथ मैच में 97 ओवर गेंदबाजी की थी. वे टेस्ट करियर के दौरान हर स्थान पर बल्लेबाजी करने वाले केवल तीन क्रिकेटरों में से एक हैं. उन्होंने बाद में मुंबई में एक अन्य महान क्रिकेटर और बाद में आईसीसी हॉल ऑफ फेम के सदस्य बने सुनील गावस्कर को भी कोचिंग दी थी.
वोटिंग से होता था चयन
हॉल ऑफ फेम में मांकड़ के शामिल होने पर गावस्कर ने कहा, वीनू मांकड़ की विरासत यही है कि भारत के लिए क्रिकेट खेलने का सपना देखने वाले हर खिलाड़ी को खुद पर विश्वास करने के लिए कहते थे. वे आत्म-विश्वास के प्रबल समर्थक थे. आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वालों का चयन एक वोटिंग अकादमी करती है. इस अकादमी में हॉल ऑफ फेम के सक्रिय सदस्य, एफआईसीए का एक प्रतिनिधि, प्रमुख क्रिकेट पत्रकार और आईसीसी के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं. पांचों युगों के खिलाडिय़ों का चयन ऑनलाइन मतदान से किया गया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के लिये हुई रवाना, 18 जून से न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेगी टेस्ट मैच
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