अयोध्या. सीएम योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या के निर्माणाधीन राम मंदिर की जमीन खरीद से जुड़े विवाद पर जिले के अधिकारियों से पूरा ब्यौरा मांगा। अधिकारियों ने उन्हें जमीन से जुड़े कागजात भी दिखाए हैं। राम मंदिर के लिए खरीदी गई जमीन की कीमत पर कुछ दिनों से राजनीतिक दल ट्रस्ट पर आरोप लगा रहे हैं।
मीडिया खबरों के अनुसार, विवाद बढ़ता देख सीएम योगी ने सोमवार को अयोध्या के डीएम और कमिश्नर से पूरा ब्यौरा मांगा। अधिकारियों ने उन्हें पूरी जानकारी दी, जमीन से जुड़े कागज दिखाए। बताया जाता है कि योगी आदित्यनाथ जानकारी से संतुष्ट हैं।
इस मसले पर श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है, 'इस जमीन की कीमत 1,423 रुपये प्रति स्क्वायर फीट है, जोकि मार्केट रेट की तुलना में काफी कम है। सरकारी टैक्स का दुरुपयोग न हो इससे बचने के लिए हमने नेट बैंकिंग से पैसे का लेनदेन किया। जमीन घोटाले के आरोप गलत हैं।
उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों ने आरोप लगाए उन्होंने हमसे बात करने की जरूरत भी नहीं समझी। लोगों को इन आरोपों पर भरोसा नहीं करना चाहिए। जनता सहयोग करे ताकि समय पर मंदिर निर्माण पूरा हो।
ये हैं आरोप
अयोध्या में श्रीरामजन्मभूमि ट्रस्ट की तरफ से खरीदी गई जमीन में घोटाले का आरोप लगा है। यह आरोप आम आदमी पार्टी सांसद संजय सिंह और अयोध्या के पूर्व विधायक और समाजवादी पार्टी नेता पवन पांडे ने लगाया है। इनमें कहा गया है कि जमीन का सौदा पहले 2 करोड़ रुपये में तय हुआ लेकिन इसे 18.50 करोड़ रुपये में खरीदा गया।
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-यूपी के इस गांव में अनोखी पहल, नव विवाहितों के लिए पौधारोपण हुआ अनिवार्य
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