जबलपुर. मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय में पदस्थ एक कर्मचारी ने अपनी पत्नी और दोस्तों के साथ मिलकर 11 लोगों को जमीन बेचने का अनुबंध किया और 85 लाख रुपए हड़प लिये. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया है.
बरगी पुलिस के मुताबिक डोंगरिया में नागेश सराफ व उनकी पत्नी किरण सराफ के नाम पर लगभग 16 एकड जमीन है. दंपती ने 2013 में इस जमीन पर प्लाटिंग कर बेचने का अनुबंध प्रियांक सिंह ठाकुर और स्मृति गुप्ता से 70 लाख रुपए में किया था. स्मृति गुप्ता का पति सत्यनारायण गुप्ता डीआरएम आफिस में कर्मचारी है, वह पत्नी के नाम पर प्रॉपर्टी का काम कर रहा था.
पार्टनरों के साथ मिलकर लगाई चपत
पार्टनर सतीश कुररिया और प्रियांक के साथ मिलकर सत्यनारायण ने उक्त जमीन को बेचने का सौदा एलआईसी से रिटायर्ड गुप्तेश्वर गोरखपुर निवासी बलवीर सिंह टट्टर, प्रवीण नेमा, ओपी नेमा, महेंद्र कुमार शर्मा, वंदना नशीने, कुलवंत कौर मथारू, महेश कवीश्वर, संतोष नेमा, एमए अंसारी, आशीष सर्वटे, उदय परांजपे से किया था. आरोपियों ने 15 लाख प्रति एकड़ की दर से 16 एकड़ जमीन का सौदा 2.40 करोड़ में किया था. एडवांस के तौर पर आरोपियों ने 84 लाख 41 हजार रुपए ले लिए थे.
कर्ज चुकाया और रजिस्ट्री कराने से मुकर गया
चारों आरोपियों ने उक्त जमीन के अनुबंध से मिली रकम से 70 लाख रुपए सराफ दंपती को दी. शेष 14 लाख 41 हजार रुपए चारों ने आपस में बांट लिए. बताते हैं कि सत्यनारायण को कर्ज लौटाने थे. चारों ने सराफ दंपती से अपने नाम पर रजिस्ट्री नहीं कराई थी. 2014 में उनका अनुबंध भी समाप्त हो गया. बावजूद चारों ने 2015 में एलआईसी के रिटायर्ड कर्मियों से इसी अनुबंध के आधार पर खुद का अनुबंध किया था.
जमीन की कीमत पांच करोड़ पहुंच चुकी है
वर्तमान में उक्त 16 एकड़ जमीन की कीमत पांच करोड़ पहुंच चुकी है. इसी लालच में अब एडवांस दे चुके 11 पीडि़तों को रजिस्ट्री करने से चारों आरोपी बच रहे हैं. चारों ने अब तक न तो रजिस्ट्री किया और न ही उनके पैसे ही लौटाए. बलबीर सिंह टट्टर सहित सभी पीडि़तों ने जनवरी 2021 में इस मामले में थाने से लेकर एसपी व एएसपी से शिकायत की थी. अब जाकर चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ. टीआई शिवराज सिंह के मुताबिक फार्म लैंड की बिक्री का अनुबंध हुआ था. मामला दर्ज कर प्रकरण को जांच में लिया गया है. अभी आरोपियों की तलाश चल रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रेलवे हास्पिटल में सिर्फ रेल कर्मचारी, उनके परिवारजनों का हो टीकाकरण, डबलूसीआरईयू की मांग
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