पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के भोपाल सेंट्रल जेल में आज उस वक्त हड़कम्प मच गया, जब आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदी खेमचंद ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. कैदी खेमचंद द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर मिलते ही अधिकारी पहुंच गए, जिनकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाकर मर्ग कायम कर लिया है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार रायसेन निवासी खेमचंद आजीवन कारावास की सजा होने के बाद रायसेन से भोपाल की सेंट्रल जेल शिफ्ट किया गया था, करीब साल पहले खेमचंद को पैरोल पर छोड़ा गया इसके बाद से वह लापता रहा, पुलिस खेमचंद की तलाश में जुटी रही, जिसे चार दिन पहले ही हिरासत में लेकर सेंट्रल जेल भेज दिया. आज सुबह 6 बजे के लगभग खेमचंद सोकर उठा सात बजे के लगभग उसने दूसरे कैदियों के साथ चाय पी, इसके बाद वह उठकर सीधे बाथरुम पहुंच गया, जहां पर चादर का फंदा बनाकर रोशनदान से बांधकर फांसी लगा ली, सुबह 9 बजे तक खेमचंद का कही पता नहीं चला तो साथी कै दियों ने एक दूसरे से पूछा लेकिन कुछ पता नहीं चला.
इसके बाद जब कैदी बाथरुम पहुंचे तो चीख पड़े देखा तो खेमचंद फांसी के फंदे पर झूल रहा था, कैदी द्वारा फांसी लगाए जाने की खबर मिलते ही जेल के अधिकारी सहित अन्य कर्मचारी पहुंच गए, जिनकी सूचना पर आई पुलिस ने शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए शासकीय अस्पताल पहुंचाकर मर्ग कायम कर लिया. इस संबंध में जेलर पीडी श्रीवास्तव का कहना था कि चार दिन पहले ही उसे पुलिस ने पकड़कर जेल में दाखिल कराया था, कोविड गाइड लाइन के अनुसार खेमचंद को जेल के आईसोलेशन वार्ड में रखा गया था, उसके साथ 14 कैदी और भी रहे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश में मानूसन सक्रिय, 11 जिलों में हो सकती है भारी बारिश, ऑरेंज अलर्ट
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