नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में इसी साल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद हुई हिंसा को लेकर फैक्ट फाइंडिंग कमिटी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बंगाल में सुनियोजित साजिश के तहत हिंसा को अंजाम दिया गया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंसा के दौरान एक दल विशेष के समर्थकों को निशाना बनाया गया था. इस हिंसा में राजनीतिक कार्यकर्ताओं को साथ गुंडे और माफिया भी शामिल थे.
रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन लोगों ने वोट नहीं दिया, उनके साथ मारपीट की गई और एक दल विशेष को वोट नहीं देने को कहा गया था. महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया और लोगों के घर तोड़ दिए गए. इतना ही नहीं रिपोर्ट में यह भी लिखा है कि हिंसा के बाद पीड़ितों को पुलिस के पास जाने से भी रोका गया. जांच कमेटी ने बंगाल सरकार से पीड़ितों को राहत पैकेज देने की बात कही है. साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस हिंसा के सभी मामलों में केस दर्ज करे.
गौरतलब है कि बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद भारी हिंसा, आगजनी और लूटपाट हुई थी. हिंसा में करीब 14 लोगों की मौत हुई थी. बीजेपी ने हिंसा के लिए राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और समर्थकों को इस हिंसा के लिए कसूरवार ठहराया था. इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हिंसा के कारणों की पड़ताल करने और राज्य में जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए चार सदस्यीय दल का गठन किया था. हिंसा का मामला कलकत्ता हाई कोर्ट में भी पहुंचा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पश्चिम बंगाल में मुकुल रॉय ने फिर दिया बीजेपी को झटका, पार्टी के कई नेताओं ने थामा टीएमसी का दामन
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