पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के ग्राम पकरिया ढीमरखेड़ा जिला कटनी में पदस्थ रोजगार सहायक ने रिश्वत लेने के लिए अपना एक प्राइवेट आदमी रखा था, जिसके जरिए वह रिश्वत लेता रहा, आज जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने रोजगार सहायक कमलेश कुमार मेहरा व उसके प्राइवेट कर्मचारी भागचंद चक्रवर्ती को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया. लोकायुक्त टीम की दबिश से ग्राम पंचायत कार्यालय में हड़कम्प मच गया.
इस संबंध में डीएसपी लोकायुक्त जेपी वर्मा ने बताया कि ग्राम पकरिया निवासी कालीचरण पिता अमृलाल लोधी उम्र 49 वर्ष को प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी किश्त जारी करने के लिए ग्राम पंचायत में पदस्थ रोजगार सहायक कमलेश पिता प्रभुदयाल मेहरा उम्र 44 वर्ष दो हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था, कालीचरण ने जब रुपए नहीं दिए तो कमलेश कुमार ने उसका काम रोक दिया, जिससे परेशान होकर कालीचरण रिश्वत देने के लिए तैयार हो गया, वहीं उसने इस बात की शिकायत लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की, इसके बाद आज कालीचरण लोधी दो हजार रुपए लेकर ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंचा, जहां पर रोजगार सहायक कमलेश मेहरा ने अपने निजी कर्मचारी भागचंद पिता दुलीचंद लोधी उम्र 60 वर्ष ग्राम पचपेड़ी को रिश्वत के दो हजार रुपए दिला दिए, इसके बाद भागचंद ने उक्त रकम लेकर कमलेश को दी, तभी लोकायुक्त डीएसपी जेपी वर्मा, इंस्पेक्टर स्वप्रिल दास, भूपेन्द्र कुमार दीवान, आरक्षक अमित मंडल, विजय सिंह विष्ट, अंकित दाहिया, दिनेश दुबे व राकेश विश्वकर्मा ने दबिश देकर दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया, लोकायुक्त टीम को देखते हुए आफिस में हड़कम्प मच गया, यहां तक के रोजगार सहायक कमलेश मेहरा ने विवाद करना शुरु कर दिया, वह भागचंद क ो पहचानने से भी इंकार कर रहा था, जबकि भागचंद को कमलेश मेहरा ने ही काम पर रखा था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-मध्यप्रदेश में मानूसन सक्रिय, 11 जिलों में हो सकती है भारी बारिश, ऑरेंज अलर्ट
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