जबलपुर. जबलपुर में रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का सोमवार को भंडाफोड़ हुआ. पुलिस ने मामले में राकेश सराठे और रितु सेन को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी फरार है. गिरोह का सरगना तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरी दिलाने का झांसा देकर कई अभिभावकों से लाखों रुपए ठग चुका है. आरोपी पीडि़तों के घर में ही किराए से कमरा लेकर रेडीमेड कपड़ों की सेलिंग करता था. आरोपी ने कुछ लोगों को ज्वॉइनिंग लेटर देने के साथ उनका विभागीय मेडिकल तक करा दिया. उसकी गैंग में एक महिला समेत दो लोग और हैं. दोनों को वह रेलवे का बड़ा अधिकारी बता पीडि़तों से मिलवाता था. गैंग के शिकार कई परिवार बने हैं. अब एक-एक कर पीडि़त सामने आ रहे हैं.
गोहलपुर पुलिस के मुताबिक गोहलपुर बस्ती नंबर दो निवासी नर्मदा पटेल ने रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. बताया, एक फरवरी को घमापुर निवासी राकेश कुमार सराठे (54) पड़ोसी मुकेश कुशवाहा के मकान में किराए से रहने आया था. वह किराए के कमरे से ही रेडीमेड कपड़े का व्यवसाय करता था. धीरे-धीरे उसने आसपास के लोगों से घरेलू संबंध बना लिए. एक अप्रैल को राकेश कुमार सराठे उसके मकान में से शिफ्ट हो गया. यहां से भी वह कपड़ों का व्यवसाय करने लगा.
आरोपी इतना शातिर है, दोनों को लेकर शहपुरा-भिटौनी, पनागर और जबलपुर मुख्य रेलवे स्टेशन पर घुमाने भी ले गया. वहां एक महिला और एक तिवारी सरनेम के व्यक्ति को अधिकारी बता कर मिलवाया. स्टेशन पर काम करने वाले कर्मचारियों को दिखाकर बोला- तुम्हें भी यही नौकरी करनी पड़ेगी. ज्वॉइनिंग के बारे में बोला कि लॉकडाउन समाप्त होते ही मिल जाएगी. इसके बाद ट्रेनिंग पर जाना होगा.
ज्वॉइनिंग लेटर दिया और चार दिन बाद फरार
आरोपी ने 3 जून को सुमित और प्रतुल्य पटेल को रेलवे में टिकट परीक्षक के पद पर सीधी भर्ती का ज्वॉइिनंग लेटर दिया. बोला- 7 जून को सुबह 11 बजे तैयार होकर उसके साथ जाना होगा. 7 जून को सुबह 8 बजे नर्मदा खेत से लौटा तो देखा कि राकेश कुमार सराठे के कमरे का गेट खुला था. वह सामान समेत गायब था. उसका मोबाइल भी बंद बता रहा था.
फरार होने की खबर फैली तो दूसरे लोग भी सामने आए
राकेश कुमार के कमरा छोड़कर भागने की खबर फैली, तो पड़ोसी जवाहरलाल कुशवाहा भी सामने आए. बताया- आरोपी ने उसके बेटे अंकित कुशवाहा की नौकरी लगवाने का झांसा देकर 2.95 लाख रुपए लिए थे. जयंती पटेल ने बताया, उसकी बेटी विद्या पटेल की नौकरी लगवाने 3 लाख रुपए आरोपी ने लिए हैं. वहीं, रामचरित कुशवाहा ने बताया कि उसके बेटे राघव कुशवाहा की नौकरी लगवाने 65 हजार लिए हैं. सभी पीडि़त गोहलपुर थाने पहुंचे. पुलिस ने 4 जुलाई को मामले में धोखाधड़ी, फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर जारी करने का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया. गिरोह के शिकार शहर में कई लोग बने हैं. गोहलपुर में केस दर्ज होने के बाद विजय नगर निवासी बॉम्बे चिकन सेंटर का संचालक भी पहुंचा. आरोपी उसके यहां भी किराए से रहते हुए रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 13 लाख रुपए ठग चुका है. सरगना राकेश सेन बल्देवबाग महिला मार्केट के पास रहने वाली रितु सेन उर्फ पूनम को रेलवे की महिला अधिकारी बनाकर मिलाता था. रितु सेन उर्फ पूनम (40) कपड़े की दुकान पर सेल्समैन है. उसे भी दबोच लिया. उसके पास से फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर, रेलवे के प्रश्नपत्र के पेपर, आंसर शीट, पेन कार्ड, आधारकार्ड आदि जब्त किए हैं.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-एमपी के जबलपुर में घर से बिक रहा था नशे का कफ सिरप, पहुंच गई पुलिस, मची भगदड़
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