पलपल संवाददाता, जबलपुर. अभी तक तो प्रतियोगी परीक्षाओं में मुन्नाभाईयों के शामिल होने के कई मामले सामने आए है, लेकिन मध्यप्रदेश के जबलपुर में ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी को चौंका दिया है, यहां पर सगड़ा मेडिकल स्थित निजी इंजीनियरिंग कालेज में आयोजित एयरफोर्स की परीक्षा ड्यूटी कर रहे चार कर्मचारी ही फर्जी निकले, उत्तरप्रदेश से बुलाकर फर्जी आधार कार्ड पर उन्हे जबलपुर निवासी बताकर शामिल कर लिया, जिसके पीछे नकल कराए जाने की साजिश रही, तिलवारा पुलिस ने मामले में चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, जिनसे अब पूछताछ की जा रही है.
पुलिस के अनुसार सिद्धबाबा पानी की टंकी घमापुर निवासी शरद पाल जेबीएम ऑनलाइन सोल्यूशन सेंटर के प्रभारी है, उनकी फर्म को ओराल्डो कंपनी ने एयरफोर्स रिक्रूटमेंट परीक्षा कराने का पेटी कांटे्रक्ट दिया था, परीक्षा सगड़ा मेडिकल स्थित सरस्वति इंजीनियरिंग लोज में 12 से 18 जुलाई तक चलना है, जिसमें केन्द्र में परीक्षार्थियों की सहायत के लिए ठेका कंपनी को अपने कर्मचारियों की ड्यूटी लगाए जाने की शर्त रही, जिसमें सभी कर्मचारी स्थानीय स्तर के होगें, जिन्हे एक हजार रुपए प्रतिदिन पारिश्रमिक दिया जाना रहा, एयरफोर्स ने अपने पर्यवेक्षक लगाए थे, वहीं सभी कर्मचारियों की आईडी कंपनी ने मांगी थी, परीक्षा का पेटी कांट्रेक्ट लेने वाले शरदपाल ने अपने साथी जयप्रकाश से युवकों की ड्यूटी लगाने के लिए चर्चा की तो जयप्रकाश ने मथुरा निवासी जितेन्द्र सिंह जाट से बात की, इसके बाद भूपेन्द्र सिंह, सोहनसिंह व धीरेन्द्रप्रताप सिंह नामक युवकों से मिलवाया और सभी के आधार कार्ड की फोटो कापी लेकर परीक्षा केन्द्र में ड्यूटी लगा दी, इन युवकों के आधार कार्ड की फोटो कापी कंपनी को भेज दी, जिसमें यूपी की जगह जबलपुर मध्यप्रदेश का पता लिखवा दिया गया. ओराल्ड कंपनी ने चारों के आधार कार्ड की फोटो कापी की जांच कराई तो सारा मामला सामने आ गया, फर्जी आधार कार्ड लगाकर चारों युवकों को जबलपुर का स्थानीय निवासी बताकर ड्यूटी लगाई गई, इस मामले की शिकायत मिलने पर पुलिस ने चारों युवकों को देर रात ही गिरफ्तार कर लिया है.
मथुरा व प्रतापगढ़ के रहने वाले युवक-
पुलिस को पूछताछ में जानकारी लगी कि चारों युवकों में जितेन्द्रसिंह उम्र 27 वर्ष, भूपेन्द्रसिंह 25 वर्ष, सोहनसिंह 27 वर्ष नगला पोस्ट पचवार महावन मथुरा के रहने वाले है, वहीं चौथा आरोपी धीरेन्द्र प्रतापसिंह 28 वर्ष सराय महेश थाना प्रतापगढ़ उत्तरप्रदेश का रहने वाला है.
चारों युवकों को परीक्षा में अलग अलग जिम्मेदारी सौंपी-
सभी की आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा करके ड्यूटी लगाई गई, जिसमें एक भूपेंद्र सिंह व सोहन सिंह को रजिस्ट्रेशन मैनेजर बनाया गया था. वहीं जितेंद्र सिंह टीसीए जेएम वन व धीरेंद्र प्रताप सिंह को टीसीए जेएम टू बनाया गया था. चारों ने स्थानीय होने के लिए आधार कार्ड की संख्या तो सही रखी लेकिन पता व जबलपुर का लिखवा दिया.
तीन आरोपी एमबीए व एक लॉ की पढ़ाई कर चुका है-
पकड़े गए आरोपियों में भूपेन्द्र एलएलबी की पढ़ाई कर चुका है, जिसमें तीन अन्य आरोपी एमबीए की पढ़ाई पूरी करके जॉब की तलाश कर रहे है, जिन्हे एक सप्ताह में सात हजार रुपए मिलने की जानकारी लगी तो वे लालच में आकर जबलपुर आ गए और इस फर्जीवाड़े में उलझकर रह गए. इस साजिश के पीछे यह बात सामने आ रही है कि चारों की परीक्षा में इसलिए ड्यूटी लगाई गई थी कि वे नकल कराए, हालांकि पुलिस का का कहना है कि आरोपी एक दिन में ही पकड़े गए है, जिससे उन्हे मौका ही नहीं मिला होगा. पुलिस चारों आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर स्टेशन पर जीआरपी ने मुंबई जा रहे युवक को 30 लाख के साथ किया गिरफ्तार
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