साहेब! नाम तो बदल दिया, लेकिन राजीव गांधी का 400 से ज्यादा सीटों का रिकार्ड कैसे तोड़ोगे?

साहेब! नाम तो बदल दिया, लेकिन राजीव गांधी का 400 से ज्यादा सीटों का रिकार्ड कैसे तोड़ोगे?

प्रेषित समय :21:50:32 PM / Sat, Aug 7th, 2021

प्रदीप द्विवेदी. कहने को पीएम मोदी मुश्किल सवाल पहले हल करने का दम भरते हैं, लेकिन उन्होंने सबसे सरल सवाल पहले हल किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गांधी खेल रत्न का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार कर दिया?

यह एकदम आसान तो था ही, इस ऐलान ने देश के दो महान बेटों का एकसाथ अपमान भी किया, जैसा कि कुछ साल पहले राजस्थान में हुआ था, जब राजीव गांधी सेवा केंद्र का नाम बदल कर अटल सेवा केंद्र कर दिया गया था, जिसे राजस्थान हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया, मतलब.... नाम बदल कर राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी, दोनों को अपमानित किया!

साहेब! राजीव गांधी का नाम हटा कर थोड़ी-सी सियासी भड़ास तो निकाली जा सकती है, लेकिन उनकी उपलब्धियों तक पहुंचना आसान नहीं है.

वर्ष 1984 के लोकसभा चुनाव में राजीव गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस को रिकॉर्ड तोड़ सीटें मिलीं थी, तब कांग्रेस को 400 से ज्यादा सीटें मिली थी, तो बीजेेपी को केवल 2 सीटें मिली थी, कांग्रेस मुक्त भारत का नारा लगाने से क्या होगा, लोकसभा में 400 से ज्यादा सीटें हांसिल करना और कांग्रेस को 2 सीटों तक पहुंचाना आसान नहीं है?

इस निर्णय से पीएम मोदी का सियासी कद कम ही हुआ है, अच्छा होता यदि मेजर ध्यानचंद के नाम पर और बड़ा पुरस्कार घोषित होता!

लेकिन, सच्चाई तो यह है कि ओलंपिक में खिलाड़ियों के पदक लाने पर श्रेय लेने की कोशिश तो होती है, किन्तु खेल का बजट कम कर दिया जाता है?

कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने नाम बदलने के केंद्र के फैसले पर कहा कि- खिलाड़ियों का सम्मान करो, सिर्फ नाम मत बदलो, ओलंपिक वर्ष में, सरकार ने खेल बजट में 230 करोड़ रुपये की कटौती की है!

कांग्रेस ने मेजर ध्यानचंद के नाम पर पुरस्कार का नाम रखने का स्वागत करते हुए कहा कि- मेजर ध्यानचंद जी का नाम अगर भाजपा और पीएम मोदी अपने राजनीतिक उद्देश्यों के लिए न घसीटते तो अच्छा था. राजीव गांधी जी इस देश के नायक थे, नायक रहेंगे. राजीव गांधी जी पुरस्कारों से नहीं, अपनी शहादत, अपने विचारों और आधुनिक भारत के निर्माता के तौर पर जाने जाते हैं.

कांग्रेस ने यह भी कहा कि- उम्मीद है देश के खिलाड़ियों के नाम पर और ज्यादा स्टेडियमों और अन्य योजनाओं के नाम रखे जाएंगे, इसके साथ ही नरेंद्र मोदी स्टेडियम और अरुण जेटली स्टेडियम के नाम बदलने की मांग भी कर डाली, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा- भाजपा नेताओं के नाम से निर्मित स्टेडियम के नाम बदल दीजिए. अब पीटी ऊषा, मिल्खा सिंह, सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, अभिनव बिंद्रा, लिएंडर पेस, पुलेला गोपीचंद और सानिया मिर्जा के नाम पर स्टेडियम के नाम रखिए.

यही नहीं, उन्होंने आरोप भी लगाया कि ओलंपिक वर्ष में जब खेल का बजट घटा दिया गया है तो नरेंद्र मोदी जी ध्यान भटकाने का काम कर रहे हैं. कभी किसानों की समस्या तो कभी जासूसी के मामले से और कभी महंगाई से ध्यान भटका रहे हैं.

खबर है कि कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा- जनता की भारी मांग है कि अहमदाबाद के नए स्टेडियम से अपना नाम हटाकर किसी खिलाड़ी के नाम कर दीजिए, खिलाड़ियों के सम्मान में भी राजनीतिक दांवपेच क्यों?

शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि- यह पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी का अपमान है, सरकार को मौजूदा पुरस्कारों के नाम नहीं बदलने चाहिए, लेकिन सरकार चाहे तो वो किसी व्यक्ति के नाम पर एक नए पुरस्कार की घोषणा कर सकती है.

ओलंपिक पदक जीत चुके बॉक्सर विजेंदर सिंह ने ट्वीट किया- भाई ये नाम ही बदल सकते हैं, थोड़े से दिन में भारत का भी नाम बदल कर अमेरिका कर देंगे.

नाम बदलने की सियासत जारी है, इसी वर्ष फरवरी माह में गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन ने दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम मोटेरा का नाम बदलकर नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया था, जिस में दो एंड के नाम- अडानी और रिलायंस के नाम पर रखा गया है. इस स्टेडियम का नाम बदलने के अलावा पवेलियन के इन दोनों एंड के नाम को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया था- सच कितनी खूबी से सामने आता है, नरेंद्र मोदी स्टेडियम, अडानी एंड- रिलायंस एंड, जय शाह की अध्यक्षता में!

याद रहे, जब दिल्ली के फिरोजशाह स्टेडियम का नाम बदल कर अरुण जेटली के नाम पर रखा गया था, तब बिशन सिंह बेदी, कीर्ति आजाद आदि पूर्व क्रिकेटरों ने इसका विरोध किया था.
सियासी सयानों का मानना है कि नाम बदलने जैसे मास्टर स्ट्रोक से छोटा राजनीतिक फायदा भले ही हो जाए, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की इमेज को बड़ा नुकसान ही होना है! 

https://twitter.com/Tanveer75506628/status/1423711180036653065
*मोदी जी की कम और सधे शब्दों में बधाई!
https://twitter.com/ShyamRangeela/status/1424017348864794627

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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