तेहरान. इरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा है कि वो 2015 में हुई परमाणु डील पर दोबारा से विश्व की शक्तियों के साथ वार्ता करने को तैयार है. रईसी ने ये भी कहा है कि उनका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण है और ऊर्जा जरूरतों की पूर्ति के लिए है. इसको लेकर उन्होंने न्यूक्लियर वाचडाग को भी जानकारी दे रखी है. रईसी ने साफ कहा है कि उनकी वार्ता पर सहमति को कोई पश्चिमी देशों के दबाव में लिया गया कदम न समझे. रईसी ने कहा है कि ईरान ने इस संबंध में अपने ऊपर लगे प्रतिबंधों को हटाने के लिए वार्ता की थी.
आपको बता दें कि फ्रांस और जर्मनी ने ईरान से अपील की थी कि वो न्यूक्लियर डील पर हुई बातचीत में आए गतिरोध के बाद दोबारा वार्ता की मेज पर वापसी करे. इसी वर्ष जून में ईरान में चुनाव हुए थे जिसमें रईसी को जबरदस्त सफलता हासिल हुई थी. पश्चिमी जगत ने इस बात पर चिंता जाहिर की थी कि ईरान लगातार अपने परमाणु कार्यक्रम में बढ़ोतरी कर रहा है.
पिछले माह फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र की उस रिपोर्ट पर चिंता जताई थी, जिसमें कहा गया था कि ईरान ने यूरेनियम का संवर्धन 20 फीसद से बढ़ाकर 60 फीसद तक कर दिया है. हालांकि ईरान बार-बार ये बात कह रहा है कि उसका ये परमाणु कार्यक्रम किसी को नुकसान पहुंचाने के लिए नहीं है. ईरान का ये भी कहना था कि यदि अमेरिका उसके ऊपर लगे प्रतिबंधों को हटाता है तो वो भी इस संधि पर दोबारा लौट सकता है.
एक टीवी चैनल से हुई बातचीत के दौरान रईसी ने का कि वार्ता के दौरान पश्चिमी देशों ने अमेरिका के साथ मिलकर दबाव बनाने की कोशिश की. ये किस तरह की वार्ता थी. जबकि हमनें साफ कर दिया था कि हमारी सरकार का एजेंडा क्या है. हम किसी के दबाव में आने वाले नहीं है. केवल मुद्दे पर ही बात करेंगे. उन्होंने ईरान के ऊपर लगे प्रतिबंधों को गलत बताया और कहा कि ये हटने चाहिए.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-DMK सरकार ने विश्वविद्यालय से पूर्व सीएम जयललिता का नाम हटाया, AIADMK ने किया प्रदर्शन
सेना को मिला प्रथम विश्व युद्ध वाले हैंड ग्रेनेड से छुटकारा, पहली बार निजी कंपनी ने बनाया हथगोला
अंधविश्वास के चलते बहू ने दी अग्निपरीक्षा, बेगुनाही साबित करने अंगारों पर चली
अब मां गंगा और बाबा विश्वनाथ के एक साथ कर सकेंगे दर्शन
बंगाल के बीरभूम में द्वितीय विश्व युद्ध के समय का बम बरामद, सेना कर रही जांच
Leave a Reply