काबुल. अफगानिस्तान के पंजशीर में रेजिस्टेंस फोर्स (अहमद मसूद का गुट) और तालिबान के बीच जंग जारी है. इस बीच रेजिस्टेंस फोर्स के कमजोर पड़ने की खबर सामने आ रही है. तालिबान से साथ जंग में NRF के प्रवक्ता फहीम दश्ती मारे गए हैं. जब से तालिबान पंजशीर पर कब्ज़ा करने के लिए जंग लड़ रहा था, तब से दश्ती लगातार दुनिया के सामने NRF का पक्ष रख रहे थे.
फहीम दश्ती लगभग 30 साल से NRF से जुड़े थे. साल 2001 में जब अलक़ायदा- तालिबान ने मिलकर नॉर्दन अलायंस के चीफ रहे अहमद शाह मसूद की हत्या की थी, वो उस हमले में बाल-बाल बचे थे. अब ठीक 20 साल बाद उसी तालिबान के साथ युद्ध में फहीम दश्ती मारे गए.
फहीम दश्ती जब 7-8 साल के थे, तब उनकी मुलाकात नॉर्दन अलायंस के चीफ रहे अहमद शाह मसूद से एक शादी समारोह में हुई थी. 1980 के दशक में जब अहमद शाह मसूद के नेतृत्व सोवियत संघ के खिलाफ मुजाहिदीन का संघर्ष हुआ, उससे प्रेरित होकर दश्ती ने 1990 में नॉर्दन अलायंस ज्वॉइन किया.
अहमद शाह मसूद की हत्या अमेरिका के 9/11 हमले से दो दिन पहले हुई थी. फहीम दश्ती पत्रकार थे. बतौर युवा पत्रकार उन्हें नॉर्दन अलायंस की गतिविधियों को रिपोर्ट करने का ज़िम्मा मिला था. फहीम दश्ती मानते थे अमेरिका में हमला और उनकी हत्या में कनेक्शन था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-काबुल एयरपोर्ट के पास अब रॉकेट हमला, अलग-अलग जगहों पर उठते दिखा धुएं का गुबार
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