अभिमनोजः अच्छा है, बंगाल में उप-चुनाव हो रहे हैं, उप-चुनाव टलते, तो बीजेपी को नुकसान होता?

अभिमनोजः अच्छा है, बंगाल में उप-चुनाव हो रहे हैं, उप-चुनाव टलते, तो बीजेपी को नुकसान होता?

प्रेषित समय :06:53:04 AM / Tue, Sep 7th, 2021

नजरिया. अंततः पश्चिम बंगाल में विधानसभा उप-चुनाव हो रहे हैं, इससे पहले जहां टीएमसी नेता जल्दी-से-जल्दी चुनाव करवाने के लिए सक्रिय थे, वहीं सियासी चर्चाएं थीं कि उप-चुनाव देर से होंगे, जिससे सीएम ममता बनर्जी की कुर्सी संकट में आ जाएगी? इस चर्चा के दौरान पल-पल इंडिया ने लिखा था- इससे होगा क्या? कुछ दिन ममता बनर्जी सीएम नहीं रहेंगी, उप-चुनाव तो होने ही हैं, फिर बन जाएंगी मुख्यमंत्री!

याद रहे, प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में काबिज हुईं ममता बनर्जी के सीएम बने रहने के लिए 5 नवंबर 2021 तक विधानसभा का सदस्य बनना जरूरी है, नहीं तो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना होता.

अच्छा है, बंगाल में उप-चुनाव हो रहे हैं, यदि उप-चुनाव टल जाते, तो बीजेपी की पॉलिटिकल इमेज को नुकसान होता?

अब खबर है कि बंगाल उप-चुनाव में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर विधानसभा सीट से उप-चुनाव लड़ने जा रही हैं.

इस 30 सितंबर 2021 को भवानीपुर में होने वाले उप-चुनाव में ममता बनर्जी मुख्य उम्मीदवार हैं और उनकी जीत तय मानी जा रही है.

अलबत्ता, जहां बीजेपी इस कोशिश में है कि ममता बनर्जी को हरा नहीं सके, तो जीत का अंतर बहुत कम हो जाए, वहीं कांग्रेस इस उलझन में है कि वह सियासी दमखम के साथ चुनाव लड़े या केवल रस्म निभाए?

इसकी खास वजह यह है कि कुछ दिन पहले ही ममता बनर्जी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की राजनीतिक मुलाकात हुई थी, जिसके बाद कांग्रेस-टीएमसी के बीच सियासी रिश्ते बेहतर बने हैं, जाहिर है, यदि ये रिश्ते बने रहते हैं, तो लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस फायदे में रहेगी.

खबरें ये भी हैं कि सोमवार को अधिसूचना जारी होने के साथ ही बंगाल में नामांकन शुरू हो गया है.

सीएम ममता बनर्जी पहली बार 2011 के उप-चुनाव में भवानीपुर से ही विधायक निर्वाचित हुई थीं, इसके बाद 2016 में भी चुनाव जीती थीं, लेकिन 2021 में वे भवानीपुर सीट छोड़कर नंदीग्राम से चुनाव लड़ी थी और विवादास्पद परिस्थितियों में चुनाव हार गईं थी. बावजूद इसके, ममता ने सीएम पद की शपथ ली थी, परन्तु इस पद पर बने रहने के लिए उन्हें 5 नवंबर 2021 तक हर हाल में विधानसभा की सदस्यता प्राप्त करनी थी.

सियासी सयानों का मानना है कि यदि बंगाल का उप-चुनाव सियासी विवाद का सबब बनता, तो सीएम ममता को पीएम मोदी पर सियासी हमला करने का एक और बड़ा मौका मिल जाता, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, मतलब.... भले ही ममता प्रत्यक्ष जीत जाए, किन्तु बीजेपी को भी इसका अप्रत्यक्ष फायदा मिलेगा!

https://twitter.com/MamataOfficial

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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