एमपी के जबलपुर में महिला आरक्षक की डेंगू से मौत, बेटी अस्पताल में भरती..!

एमपी के जबलपुर में महिला आरक्षक की डेंगू से मौत, बेटी अस्पताल में भरती..!

प्रेषित समय :17:44:17 PM / Sun, Sep 12th, 2021

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में डेंगू बीमारी ने महामारी का रुप ले लिया है, शहर के लगभग सभी इलाके इसकी चपेट में है, जिससे कई लोग निजी व सरकारी अस्पतालों में भरती होकर अपना इलाज करा रहे है. यहां तक कि अब मौत के मामले भी सामने आ रहे है, ऐसा ही एक घटनाक्रम देर रात नेपियर टाउन स्थित निजी अस्पताल में हुआ है, जहां पर महिला आरक्षक उषा तिवारी की डेंगू से मौत हो गई. महिला आरक्षक की मौत की खबर मिलते ही पुलिस अधीक्षक  सिद्धार्थ बहुगुणा सहित अन्य पुलिस अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंच गए थे. वहीं उषा की बेटी भी डेंगू की चपेट में आने के कारण अस्पताल में भरती है.  इसके पहले बेटा लकी तिवारी भी डेंगू के कारण बीमार हो चुका है.

पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार त्रिमूर्ति नगर गोहलपुर क्षेत्र में रहने वाली महिला आरक्षक उषा तिवारी उम्र 53 वर्ष एसपी आफिस में आलम्बन शाखा में कार्यरत रही, जिनकी कुछ दिनों से तबियत खराब चल रही थी, उन्होने 9 सितम्बर को डाक्टर ने जांच के बाद दवाएं दी और टेस्ट कराने के लिए कहा, टेस्ट में उषा तिवारी को डेंगू पाजिटिव निकला, वहीं प्लेटलेट्स भी 1 लाख 20 हजार थी, उन्होने घर में ही रहकर इलाज कराना उचित समझा, 11 सितम्बर की दोपहर स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने के कारण परिजनों ने उषा को उपचार के लिए नेपियर टाउन स्थित निजी अस्पताल में भरती कराया, जहां पर उषा की देर रात उपचार के दौरान मौत हो गई. महिला आरक्षक की मौत की खबर से परिजन स्तब्ध रह गए, हादसे की खबर मिलते ही आज सुबह एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा सहित अन्य पुलिस अधिकारी तत्काल उनके घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में पूरा पुलिस परिवार आपके साथ है,  वहीं एसपी ने अधिकारियों को सभी व्यवस्थाएं मुहैया कराने के कहा, इसके अलावा परोपकार निधि एक लाख रुपए प्रदान करने के लिए रक्षित निरीक्षक सौरभ तिवारी को निर्देशित किया. गौरतलब है कि शहर में डेंगू ने महामारी का रुप ले लिया है, रांझी में सर्वाधिक डेंगू के मामले सामने आए है, इसके बाद अब त्रिमूर्ति नगर क्षेत्र भी डेंगू की चपेट में है. सरकारी से लेकर निजी अस्पतालों में मरीजों को भरती करने की जगह नहीं मिल रही है, अलग से बिस्तर लगाए जा रहे है. वहीं नगर निगम का अमला साफ सफाई व्यवस्था में जुटा है, इसके बाद भी लोग साफ सफाई पर ध्यान देना उचित नहीं समझ रहे है, नगर निगम की टीम ने जांच के दौरान पाया कि 83 घरों के 110 कंटेनरों में डेंगू के लार्वा मिले है.

अभी तक 399 लोग डेंगू की चपेट में-

शासकीय अस्पताल के रिकार्ड में अब तक करीब 399 लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है, वहीं चिकनगुनिया के भी करीब 35 से ज्यादा मरीज मिल चुके है. इसके अलावा निजी अस्पताल में भी डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है, यहां तक कि अब अस्पतालों में बिस्तरों की व्यवस्था तक नहीं हो पा रही है. रांझी क्षेत्र में 6वीं बटालियन के करीब 100 जवान डेंगू की चपेट में आ चुके है,यहां पर भी स्थिति काफी भयावह हो चुकी है. 

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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