एमपी के इस सब इंजीनियर ने रविवार अवकाश मांगा, बोला- आरएसएस चीफ शकुनी, ओवेसी नकुल, मिला नोटिस

एमपी के इस सब इंजीनियर ने रविवार अवकाश मांगा, बोला- आरएसएस चीफ शकुनी, ओवेसी नकुल, मिला नोटिस

प्रेषित समय :19:49:50 PM / Sun, Oct 10th, 2021

सुसनेर (आगर मालवा). अपने बयानों को लेकर क्षेत्र में हमेशा चर्चा में रहने वाले जनपद पंचायत सुसनेर में पदस्थ उपयंत्री राजकुमार यादव एक बार फिर सुर्खियों में हैं. उन्होंने रविवार को अवकाश के लिए जनपद पंचायत सीईओ पराग पंथी को एक पत्र लिखा है, जिसमें आरएसएस प्रमुख मोहन राव भागवत को पूर्व जन्म का शकुनी मामा और खुद को एआइएमआइएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को अपना सखा महाभारत का नकुल बताया है.

पत्र के बाद आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तथा कार्रवाई की मांग की है. इधर जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डीएस रणदा ने पदीय दायित्वों में अनुशासनहीनता बरतने पर जनपद पंचायत सुसनेर के संविदा उपयंत्री (मनरेगा) राजकुमार यादव की संविदा समाप्ति की कार्रवाई हेतु कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर जवाब तलब किया है.

यादव द्वारा सीईओ पराग पंथी को दिए आवेदन में बताया कि मैं जनपद पंचायत में उपयंत्री के पद पर पदस्थ हूं तथा रविवार को जनपद के किसी भी कार्य में उपस्थित नहीं हो पाऊंगा, क्योंकि कुछ दिनों पूर्व मुझे आभास हुआ है कि आत्मा अमर होती है. मुझे अपने पिछले जन्म का भी आभास हुआ है. असदुद्दीन ओवैसी मेरे पिछले जन्म के सखा नकुल थे और मोहन भागवत शकुनी मामा इसलिए मैं जीवन को जानने के लिए गीता पाठ करना चाहता हूं. मैं प्रत्येक रविवार को अपने अंदर के अहंकार को मिटाने के लिए गेहूं का दाना घर-घर जाकर भीख मांग कर एकत्रित करूंगा. यह मेरी आत्मा का सवाल है. इधर उक्त आवेदन के सामने आने के बाद विभाग के अधिकारी कार्रवाई की बात कह रहे हैं. आरएसएस के पदाधिकारी व स्वयसेवकों में भी इसे लेकर गुस्सा है.

उपयंत्री यादव को कारण बताओ सूचना पत्र जारी

सीईओ रणदा द्वारा जारी सूचना पत्र अनुसार उपयंत्री राजकुमार यादव द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत निर्माण कार्यों का मूल्यांकन समय पर नहीं करने से निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों को समय पर मजदूरी नहीं मिल पाती है व क्षेत्रान्तर्गत ग्राम पंचायतों का वार्षिक लेबर बजट के विरुद्ध प्रगति नगण्य है. उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किया है व आपत्तिजनक वीडियो अपलोड किया गया, जो कार्यालय की गोपनीयता भंग करने की श्रेणी में आता है. उपयंत्री की कार्यशैली पद के अनुरूप नहीं है. जिला पंचायत द्वारा पूर्व में जारी कारण बताओ सूचना पत्र का जवाब प्रस्तुत नहीं करने आदि सभी कृत्य पदेन दायित्वों के प्रति गंभीर लापरवाही व संविदा सेवा शर्तों के विरुद्ध कदाचार प्रदर्शित करता है.

सीईओ द्वारा उपयंत्री यादव को मध्यप्रदेश राज्य रोजगार गारंटी परिषद भोपाल एवं मध्यप्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भोपाल पत्र में जारी संविदा हेतु निर्देश एवं सेवा शर्तों के अधीन कारण बताओ सूचना पत्र जारी कर 11 अक्टूबर की अपरान्ह तीन बजे समक्ष में उपस्थित होकर उत्तर प्रस्तुत करने को कहा है. जवाब प्रस्तुत न करने की दशा में एक पक्षीय संविदा समाप्ति की कार्रवाई की जाएगी.

पूर्व में विवादित वीडियो आया था सामने

एक वर्ष पूर्व सिंधिया समर्थक विधायकों के इस्तीफे के बाद हुए उपचुनाव के दौरान भी उपयंत्री राजकुमार यादव का एक विवादित वीडियो सामने आया था, जिसमें उपयंत्री ने उपचुनाव में मनुवादियों को टिकट देने सहित जातिगत टिप्पणी की थी. इसके बाद बड़ा बवाल मचा था, लेकिन उस समय भी संबंधित उपयंत्री के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई थी.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

एमपी की बर्खास्त आईएएस ने लिया अब तंत्र-साधना का सहारा, मंडला में प्रिटिंग घोटाले में फंसी थी शशि कर्णावत

एमपी के जबलपुर में दीक्षा के बाद निष्कासित जैन मुनि करता रहा महिला से छेड़छाड़, गिरफ्तार

एमपी के मंत्री भूपेंद्र सिंह का ट्विटर अकाउंट हैक, पुलिस जांच में जुटी

एमपी के ग्वालियर में सुहागले का भंडारा खाने के बाद 25 से ज्यादा बच्चे हुए बीमार

एमपी समेत 8 हाईकोर्ट को मिले नए मुख्य न्यायाधीश, 5 चीफ जस्टिस का हुआ तबादला

एमपी के इस जिले में बिजली चोरी पकडऩे गई टीम को चप्पलों से पीटा, मची भगदड़..!

Leave a Reply