जबलपुर. वेस्ट सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ (डबलूसीआरएमएस) का अधिवेशन आज रविवार 17 अक्टूबर को इटारसी में आयोजित किया गया. संघ अध्यक्ष डॉ. आरपी भटनागर की मौजूदगी में इस अधिवेशन में बड़ी संख्या में संघ पदाधिकारी, कार्यकर्ता व रेलकर्मचारी उपस्थित रहेे. इस अधिवेशन में सागर में अशोक शर्मा गुट द्वारा पारित किये गये सभी प्रस्तावों को रद्द करते हुए अशोक शर्मा सहित अन्य पदाधिकारियें को संघ से बाहर कर दिया गया है. इस दौरान एसएन सिन्हा को महामंत्री, प्रदीप सिंह को जबलपुर मंडल सचिव व एसके यादव को मंडल अध्यक्ष नियुक्त किया गया है.
इस अधिवेशन में डब्ल्यूसीआरएमएस से निष्कासित महामंत्री अशोक शर्मा द्वारा असंवैधानिक तरीके से की गई मीटिंग के दौरान लिए गए सभी निर्णयों को एकमत और सहमति से कार्यकर्ताओं ने निरस्त किया. यह फैसला आज इटारसी में अध्यक्ष मजदूर मसीहा डॉ.आर.पी.भटनागर के नेतृत्व में मीटिंग के दौरान लिया गया. इससे पहले भ्रष्टाचार एवं व्यभिचार जैसे गंभीर आरोपों से घिरे अशोक शर्मा के अलावा सीएम उपाध्याय पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष, डी पी अगरवाल पूर्व मंडल सचिव जबलपुर, एस एन शुक्ला मंडल अध्यक्ष जबलपुर, राजेश पांडेय मंडल अध्यक्ष भोपाल, अब्दुल खालिक मंडल सचिव कोटा ,एवं कुछ अन्य पदाधिकारियों को सर्वसम्मति एवं उद्घोष के साथ संघ की जिम्मेदारियों से मुक्त करते हुए निस्कासित किया गया.
सागर से ज्यादा भीड़ इटारसी में उमड़ी
संघ में चली आ रही खींचतान के बीच अशोक शर्मा गुट द्वारा शनिवार 16 अक्टूबर को एक अधिवेशन सागर में किया गया था, वहां से अधिक भीड़ व कार्यकर्ता इटारसी मेें नजर आए. जिसमें दोनों गुटों में चली आ रही खींचतान में आने वाले समय में और तकरार बढऩे की संभावना व्यक्त की है.
प्रदीप सिंह के मंडल सचिव बनने पर टेंशन में अशोक शर्मा गुट
पमरे मजदूर संघ में चली आ रही खींचतान के बीच इटारसी अधिवेशन में डॉ. आरपी भटनागर गुट द्वारा जबलपुर मंडल सचिव के पद पर प्रदीप सिंह का जो चयन किया है, उससे अशोक शर्मा गुट टेंशन में आ गया है. इसका कारण यह है कि प्रदीप सिंह रेल कर्मचारियों के बीच काफी लोकप्रिय व मिलनसार कर्मचारी रहे हैं. वे अशोक शर्मा गुट से मिलने वाली हर चुनौती व दांवपेंच से निपटने में सक्षम हैं.
कई राजनीतिक प्रस्ताव भी पास हुए
इटारसी अधिवेशन में कई राजनीतिक प्रस्ताव भी पास किये गये, साथ ही रेल कर्मचारियों की मांगों, जिनमें एनपीएस हटाकर पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने, रेलवे का निजीकरण, निगमीकरण को बंद करने, निजी रेल को बढ़ावा नहीं दिये जाने सहित अन्य मांगें शामिल हैं. इस अधिवेशन में जबलपुर से डीपी श्रीवास्तव, सविता त्रिपाठी सहित तीनों रेल मंडलों जबलपुर, भोपाल व कोटा से बड़ी संख्य में संघ के कार्यकर्ता, पदाधिकारियों ने भाग लिया और अशोक शर्मा गुट से आरपार की लड़ाई का शंखनाद करते हुए अशोक शर्मा के कृत्य की जानकारी एक-एक रेल कर्मचारी तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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