नई दिल्ली. नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी ने सूर्य से निकलने वाली तेज चमक को कैप्चर किया है. ये एक बड़े तूफान का संकेत है जिसके चलते GPS सिग्नल बाधित हो सकते हैं. बताया जा रहा है कि ये तूफान आज यानी शनिवार को पृथ्वी से टकरा सकता है.
नासा ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि सूर्य ने गुरुवार को सुबह 11.35 बजे X1 कैटेगरी की एक चमक का उत्सर्जन किया, जो अब तक की सबसे तीव्र तीव्रता है. नासा ने बताया है कि ये तेज चमक R2887 सनस्पॉट से आ रही है. वहीं, स्पेसवेदर डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक ये तेज सौर तूफान सूरज के केंद्र से आ रहा है और इसकी तेज रोशनी सीधे पृथ्वी पर पड़ेगी.
X1 कैटेगरी में रखे गए यह सौर तूफान आज पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकरा सकता है. इस विस्फोट से बनने वाले सोलर फ्लेयर्स अस्थायी रूप से संचार और नेविगेशन ब्लैकआउट का कारण बन सकते हैं. बताया जा रहा है कि इसका असर दक्षिण अमेरिका में देखा जा सकता है.
बताया जा रहा है कि ये तेज सौर तूफान रेडिएशन का शक्तिशाली विस्फोट है, हालांकि इससे इंसानों को नुकसान नहीं पहुंच सकता. बताया ये भी जा रहा है कि इसकी इतनी तेज चमक होगी कि इससे वातावरण के वो लेयर प्रभावित हो सकते हैं जिनमें जीपीएस और कम्यूनिकेशन सिग्नल ट्रैवल करते हैं.
इससे पहले, अमेरिका के नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) के तहत आने वाले अंतरिक्ष मौसम भविष्यवाणी केंद्र ने शुक्रवार को एक सौर तूफान को लेकर चेतावनी जारी की थी. सेंटर ने कहा था कि गुरुवार देर रात सूर्य से होने वाले कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) के बाद 30 अक्टूबर को ये तूफान आ सकता है. जिसके धरती से टकराने का खतरा है. कोरोनल मास इजेक्शन यानी सीएमई सूर्य की सतह पर होने वाले सबसे बड़े विस्फोटों में से एक को कहते है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-
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