जबलपुर. पश्चिम मध्य रेलवे के ट्रेन लाइटिंग व एसी स्टाफ की मांगों को लेकर डबलूसीआरईयू के तत्वावधान में रेल कर्मचारियों का क्रमिक भूख हड़ताल आज बुधवार 17 नवम्बर को तीसरे दिन पहुंच गया है, लेकिन इस कड़कड़़ाती सर्दी में अपनी जायज मांगों को लेकर आंदोलित कर्मचारियों की सुध रेल प्रशासन नहीं ले रहा है. वहीं यूनियन ने रेल प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि कर्मचारियों की मांगों को शीघ्र पूरा नहीं किया जाता है तो इसके गंभीर परिणाम होंगे, जिसकी जवाबदारी प्रशासन की होगी.
आज तीसरे दिन यूनियन के मंडल सचिव काम. नवीन लिटोरिया व अध्यक्ष बीएन शुक्ला ने भूख हड़ताल पर बैठे कॉम विनोद जाटव, कॉम रमेश प्रजापति, कॉम अनीश यादव को जूस पिलाकर उठाया और नए साथी कॉम रुकमकेश मीणा, कॉम भीकम सिंह,कॉम वीरेंद्र सिंह को बैठाया गया. भूख हड़ताल स्थल पर कॉम प्रह्लाद सिंह, कॉम जरनैल सिंह, कॉम रोमेश मिश्रा, कॉम सतीश, कॉम शशिपाल, कॉम जीतेन्द्र सहित बड़ी संख्या में कोचिंग डिपो कर्मचारी उपस्थित रहे.
कर्मचारियों की यह है मांगेें
यूनियन मंडल सचिव नवीन लिटोरिया व मंडल अध्यक्ष बीएन शुक्ला ने बताया कि रेलवे बोर्ड का स्पष्ट आदेश है कि जिस ट्रेन में 5 या उससे अधिक एसी कोच हैं, उसमें कम से कम 2 एसी कोच अटेेंडेंट लगाया जाए, लेकिन जबलपुर मंडल रेल प्रशासन बोर्ड के आदेश की नाफरमानी करते हुए 8 से 10 एसी कोच की ट्रेनोंं में भी 1 अटेंडेंट की ड्यूटी लगा रहा है. यह सब वह इसलिए कर रहा, ताकि उसे स्टाफ को ओवर टाइम का भुगतान नहीं करना पड़े. लेकिन रेल प्रशासन के इस निर्णय से कर्मचारियों पर कार्य का अत्यधिक बोझ बढ़ गया है और पिछले कुछ समय में 3 एसी कोच अटेंडेंट ड्यूटी के दौरान रन ओवर हो चुके हैं. यूनियन पदाधिकारियों ने रेल प्रशासन को चेतावनी दी कि एसी/टीएल स्टाफ रेल प्रशासन के निर्णय से त्रस्त हो चुके हैं. यूनियन इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेगी. अब तो आरपार का संघर्ष होगा. यदि रेल प्रशासन शीघ्रताशीघ्र कर्मचारियों के पक्ष में निर्णय नहीं लेता है तो इसके गंभीर परिणाम रेल प्रशासन को भुगतना होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-हरियाणा के रेलवे स्टेशनों को बम से उड़ाने की धमकी, अंबाला DRM को मिला लश्कर-ए-तैयबा का धमकी भरा पत्र
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