पलपल संवाददाता, जबलपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो किसान बिल वापसी की घोषणा की है वह सिर्फ मजबूरी के तहत की है. किसानों से उनकी कोई सहानुभूति नहीं है . वोट की चोट से घबराकर आगामी 5 प्रदेशों के चुनाव के कारण यह निर्णय लिया गया है. यहां राजतंत्र नहीं लोकतंत्र है, यहां पर सब पावरफुल है, फुलपावर कोई नहीं. उक्ताशय की बात जबलपुर नगर कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश यादव ने किसान बिल वापसी पर कही. इस मौके पर कांगे्रसजनों ने मिठाईयां बांटकर खुशी का इजहार किया है.
श्री यादव ने आगे कहा कि यदि प्रधानमंत्री व भाजपा की केंद्र सरकार किसानों के प्रति नेक नियत रखती तो उनके बगैर रायशुमारी के यह बिल लॉकडाउन के चलते प्रस्तावित नहीं करते. एक वर्ष तक अनेक परेशानियों को सहन करते हुए किसानों को आंदोलन ना करना पड़ता. लगभग 700 किसानों की जाने ना जाती. किसानों को आंदोलनजीवी आतंकवादी खालिस्तानी शब्दों से अपमानित ना होना पड़ता. जन भावनाओं के तहत प्रारंभ में ही समाधान निकाला जा सकता था . सरकार अपनी जवाबदारी भूमिका निभाने में अक्षम रही. दूसरी तरफ किसानों के द्वारा विगत 1 वर्ष से किए जा रहे आंदोलन और उसकी सफलता को भारत के संविधान की जीत बताएं . प्रजातांत्रिक शक्तियों का वर्णन किया. भारत लोकतांत्रिक देश है यहां प्रजातांत्रिक मूल्यों का अपना एक अलग महत्व है. जिसके हमारे नेताओं ने सभी नागरिकों को संविधान ने एक बराबर सभी को अधिकार दिया है. यहां सब पावरफुल हैं पर फुल पावर कोई नहीं है. देश की पूर्ण बहुमत मोदी सरकार के द्वारा 14 माह पूर्व तीन किसान बिल पास किए गए जो किसान हित में नहीं थे. जिसका विरोध भारतीय किसानों के द्वारा गांधीवादी सिद्धांतों के साथ किया गया. औऱ उनकी जीत हुई. मोदी सरकार ने अपने पावर के उपयोग से कई बार आंदोलन को दबाने का समाप्त करने का प्रयास किया. जिससे किसानों को अनेक विषम परिस्थितियों का भी सामना करना पड़ा पर उन्होंने हार नहीं मानी . एक समय ऐसा आया जब प्रधानमंत्री को वोट की चोट से घबराकर मजबूर होकर तीनों काले कानून वापस लेने की घोषणा करना पड़ी यही लोकतंत्र की शक्ति है. यही किसान आंदोलन की सफलता है .
कांग्रेसजनों ने मनाई इंदिरा गांधी की जयंती-
जबलपुर शहर कांग्रेस कमेटी के द्वारा आज सिविक सेंटर प्रतिमा स्थल पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी की जयंती पुष्पांजलि कर संगोष्ठी के साथ मनाई . कांग्रेस नेताओं ने जहां एक और इंदिरा जी के कार्यों को याद किया अपनी स्मृतियों को ताजा कर ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए आजादी की लड़ाई से उनके प्रधानमंत्री कार्यकाल पर प्रकाश डालते हुए उनके किए हुए साहस भरे निर्णय को यादगार किया. उनसे प्रेरणा को आत्मसात करने का संकल्प लिया. देश की सेवा के लिए संकल्पित होने की बात की गई. इस मौके पर कैलाश तिवारी, दिनेश यादव, सेवादल अध्यक्ष सतीश तिवारी, महिला अध्यक्ष रेखा विनोद जैन, झल्ले लाल जैन, सुभाष अग्रवाल, यतनेश सोनी, इंदिरा पाठक तिवारी, बलविंदर मान, श्वेता दुबे, मीनाक्षी स्वामी, अफसाना अंसारी, सपना चक्रवर्ती, रीना विश्वकर्मा, अंजुम आरा, खुर्शीद अंसारी, महेश तिवारी, भरत सोनी, ब्लॉक अध्यक्ष शिव कुमार चौबे, मनोज नामदेव, रिजवान कोटि, पूर्व पार्षद भगतराम सिंह, टीकाराम कोष्टा, रामदास यादव, प्रशांत मिश्रा, महेश मिश्रा, रज्जू सराफ, राकेश विश्वकर्मा, रंबल, रोहिणी यादव, विष्णु विनोदिया, उमेश पटेल, मनोज बैरागी, विकास जाट, शिवेंद्र तिवारी, गौरव नामदेव आदि उपस्थित थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में टाइल्स चोरी के शक पर टाइल्स मिस्त्री के साथ बर्बरता, गुप्तांग में डाल दिया पेट्रोल
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