पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर स्थित गन कैरिज फैक्टरी (जीसीएफ) के जेडब्ल्यूएम एससी खटुआ की हत्या के मामले को दो वर्ष बाद भी पुलिस सुलझाने में नाकाम है. वहीं मामले में खटुआ की पत्नी मौसमी खटुआ ने पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि उन्हे केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. महिला द्वारा लगाए जा रहे आरोप अब पुलिस विभाग में ही चर्चा का विषय बन गए है. गौरतलब है कि श्री खटुआ की लाश 5 फरवरी 2019 को पाटबाबा पहाड़ी के पीछे पत्थरों के बीच मिली थी, वे करीब 22 दिन तक लापता रहे, मामले को सुलझाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया, लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस के हाथ खाली ही है.
बताया गया है कि मौसमी खटुआ ने हाईकोर्ट में केस को सीबीआई को सौपने याचिका लगाई है, हवीं दूसरी ओर पुलिस अधिकारी मामले को हाईकोर्ट से वापस लेने के लिए दबाव बना रहे है. मौसमी खटुआ का कहना है कि उन्होने एसआईटी से जुड़े अधिकारियों को जिन संदेहियों के नाम बताया उनमें से किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया, यहां तक कि पूछताछ के लिए भी नहीं बुलाया गया है, एसआईटी द्वारा हत्या के मामले को आत्महत्या साबित करने की तैयारी में है. मौसमी खटुआ ने यह भी कहा कि पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी कुछ दिन पहले उनके घर भी आए थे, जिन्होने सादे कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा, वे समझ नहीं पाई तो भाई से मोबाइल फोन पर बात कराई, इसके बाद हस्ताक्षर करने से मना कर दिया. 21 दिसम्बर को देवर व ससुर के भी बयान लेने के लिए पुलिस पहुंची थी, उन्हे भी आत्महत्या बताते हुए केस को वापस लेने के लिए दबाव डाला जा रहा था, जिसकी शिकायत आईजी उमेश जोगा से की है.
मौसी खटुआ का कहना है कि पति की हत्या के बाद वे इस उम्मीद से जबलपुर में है कि उन्हे न्याय मिलेगा, पति के हत्यारों को पुलिस सलाखों के पीछे पहुंचाएगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ है, बल्कि उनपर भी पुलिस अधिकारियों द्वारा केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. गौरतलब है कि जीसीएफ में निर्मित धनुष तोप के मामले में चाइनमेंड बैरिंग की सप्लाई की गई थी, मामले में एससी खटुआ वे भी पूछताछ की गई थी, दस जनवरी को सीबीआई ने उनके घर पर भी दबिश दी थी, जहां से कम्प्यूटर की हार्ड डिस्क व मोबाइल बरामद किया गया था, इसके बाद खटुआ को पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था, वे दिल्ली तो नहीं गए लेकिन 17 जनवरी को घर से कृपाल चौक गोरखपुर जाने के लिए निकले तो लौटकर नहीं आया, 22 दिन बाद 5 फरवरी 2019 क ो उनकी लाश पाटबाबा पहाड़ी के पास मिली थी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर: अचानक लापता हुआ जिम संचालक सागर में मिला: परिवार को परेशान करने के लिए रची थी कहानी
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