जयपुर. अलवर रेप केस में बढ़ रहे राजनीतिक दबाव के बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीबीआई जांच कराने का फैसला किया है. रविवार को राजस्थान सरकार ने अलवर में हुए रेप केस की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने का निर्णय लिया है. इसकी अनुशंसा राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से कर दी है.
अलवर में मानसिक रूप से कमजोर एक नाबालिग किशोरी के साथ हैवानियत भरी दुष्कर्म की घटना हुई थी. जिसको लेकर राजस्थान सरकार पर राजनीतिक दबाव लगातार बढ़ता जा रहा था. अब राजस्थान सरकार ने इसकी जांच सीबीआई से कराने की अनुशंसा कर दी है. ये निर्णय रविवार को सीएम अशोक गहलोत के निवास पर वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से हुई बैठक में लिया गया. इस बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ गृह राज्य मंत्री राजेन्द्र सिंह यादव, मुख्य सचिव निरंजन आर्य, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अभय कुमार, पुलिस महानिदेशक एम एल लाठर ने हिस्सा लिया. जिसके बाद मामले की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला हुआ.
मुख्यमंत्री निवास पर वीसी के माध्यम से हुई उच्च स्तरीय बैठक में राज्य सरकार ने अलवर विमंदित बालिका के प्रकरण की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने का निर्णय लिया है. इसके लिए राज्य सरकार की ओर से जल्द केंद्र सरकार को अनुशंसा भेजी जाएगी.
बता दें कि अलवर जिले में मालाखेड़ा थाना क्षेत्र में 14 वर्षीय किशोरी मंगलवार रात को दुष्कर्म की घटना हुई थी. नाबालिग युवती का इलाज जयपुर के अस्पताल में चल रहा है. पुलिस खुद भी मामले को गैंगरेप मानकर ही छानबीन कर रही थी. पुलिस CCTV फुटेज को आधार बनाकर पूरे मामले की गुत्थी सुलझाने की कोशिश कर रही है. राजस्थान सरकार ने मामले में जांच का जिम्मा SIT को सौंप दिया था. वहीं विपक्षी दल बीजेपी लगातार सीबीआई जांच की मांग करते हुए प्रियंका गांधी से से भी मामले पर तीखे सवाल पूछ रही थी. हालांकि प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवार से फोन पर बात की और इसकी जानकारी दी कांग्रेस विधायक धीरज गुर्जर ने दी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-राजस्थान में दो लड़कियों ने घर से भागकर की शादी, पुलिस ने पकड़ा तो बोलीं- साथ जिएंगे, साथ मरेंगे
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