जबलपुर. बकाया राशि चुकाने के लिये दबाव बनाने निजी अस्पताल द्वारा शव को रोककर रखने की मिली शिकायत पर कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने त्वरित कार्यवाही करते हुये न केवल बिल की राशि मे से 60 हजार रुपये कम कराये बल्कि अस्पताल प्रबंधन को मृतक की पार्थिव देह तुरन्त परिजनों को दिलवाई.
कलेक्टर कार्यालय एसडब्ल्यू शाखा में कार्यरत बसंत साहू की 75 वर्षीय माँ देवकली साहू का मार्बल सिटी अस्पताल में आज मंगलवार 25 जनवरी की सुबह सात बजे निधन हो गया था.
कोरोना पॉजिटिव होने के साथ-साथ वे किडनी सबंधी बीमारी से भी ग्रसित थीं. उपचार के दौरान ही श्रीमती साहू कोरोना के संक्रमण से मुक्त भी हो चुकी थीं. अस्पताल प्रबंधन द्वारा उपचार का 1 लाख 55 हजार रुपये का बिल थमाया गया और फिर बकाया राशि चुकाये बिना शव परिजनों को सौपने से मना कर दिया गया.
अस्पताल प्रबंधन के इस अमानवीय रवैये की मिली शिकायत पर कलेक्टर श्री शर्मा ने तुरन्त संज्ञान लेकर निजी अस्पतालों पर निगरानी के लिये नियुक्त डा विभोर हजारी को कार्रवाई करने के निर्देश दिये. कलेक्टर के निर्देश पर डा विभोर हजारी एवं डॉ प्रियंक दुबे ने मार्बल सिटी हॉस्पिटल पहुँचकर पीडि़त परिवार से भेंट की और अस्पताल प्रबंधन से भी चर्चा की.
डॉ हजारी और डॉ दुबे ने अस्पताल प्रबंधन को शासन द्वारा कोविड पेशेंट के उपचार के लिये निर्धारित दर के अनुसार पुन: बिल तैयार करने के निर्देश दिये. अस्पताल प्रबंधन ने भी सहयोगात्मक रूख अपनाते हुये मृतक मरीज की पार्थिव देह तुरन्त परिजनों को सौंपी और बिल की बकाया राशि मे से भी 60 हजार रुपये कम किये. साहू परिवार ने कलेक्टर श्री शर्मा द्वारा दिखाई गई सह्रदयता और त्वरित कार्यवाही के लिये उनका आभार व्यक्त किया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर की महिला आरक्षक, कटनी टीआई की स्टोरी में नया मोड़, पहले पति बताया अब पिता कह रही..!
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