भोपाल/जबलपुर. रूस और यूक्रेन के बीच पिछले दिनों से जारी युद्ध में भारत के हजारों नागरिक यूक्रेन के विभिन्न शहरों में फंसे हैं, उनमें से अभी तक मध्य प्रदेश के 122 नागरिकों के वहां पर फंसने की सूचनाएं सीएम हेल्प लाइन में पहुंची है.
बताया जाता है कि सीएम हेल्प लाइन पर 122 सूचनाएँ यूक्रेन में मध्य प्रदेश के नागरिकों के होने की प्राप्त हुई हैं. भारतीय दूतावास वॉरसा द्वारा हंगरी तथा रोमानिया से निकासी के लिए क्रमश: सीमा पोस्ट ऊझोरोड और चेरनेविस्टी तथा भारतीय दूतावास कीव पोलेंड से निकासी के लिए सीमा पोस्ट क्रकोविच की जारी अड्वाइजऱी से अवगत कराया गया है. भारी गोला बारी के द्रष्टिगत दोनों दूतावास के द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं का पालन करते हुए दोनों दूतावासों के मार्गदर्शन में ही सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही कार्यवाही किए जाने की समझाईश सम्बन्धितों को दी गयी है. भारत सरकार से गृह विभाग, मप्र शासन सतत सम्पर्क में है.
जबलपुर की भी तीन बेटियां फंसी
रूस-यूक्रेन युद्ध में जबलपुर की तीन बेटियां भी फंसी हुई हैं. उनके परिवार वालों की धड़कनें थमी हुई हैं. यूक्रेन में मार्शल-लॉ घोषित होने से तीनों बेटियों की 24 फरवरी की फ्लाइट कैंसिल हो गई. तीनों एयरपोर्ट के पास ही एक होटल में कैद हैं. जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने तीनों बेटियों से और उनके परिवार के लोगों से बात की. भारतीय दूतावास सभी को पोलैंड के रास्ते निकालने की कवायद में जुटा है. सांसद राकेश सिंह ने बताया कि तीनों बेटियों को सुरक्षित वतन वापसी के लिए उनकी विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन से बात हुई है. उनकी ओर से आश्वस्त किया गया है कि जबलपुर की तीनों बेटियों सहित सभी भारतीयों को वहां से निकालने के लिए पीएमओ से लेकर भारतीय दूतावास सक्रिय है. बस के माध्यम से सभी को पोलैण्ड और वहां से फ्लाइट से सभी को देश लाने की कोशिश चल रही है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जबलपुर में 50 एकड़ में 70 प्लाट के साथ डेयरी इस्टेट परियोजना की शुरुआत, 10 हजार गौवंश की होगी क्षमता
जबलपुर तिलहरी लूटकांड का खुलासा होने पर सेवानिवृत पुलिस अधिकारियों ने किया एसपी का सम्मान
Leave a Reply