मास्को. रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध का आज आठवां दिन है. यूक्रेन पर हमला करने के बाद रूस पर कई देश अलग-अलग तरीके से प्रतिबंध लगा चुके हैं. अब इस लिस्ट में बिल्लियों से जुड़ी फेडरेशन इंटरनेशनल फेलीन नाम की सोसाइटी का नाम भी जुड़ गया है. इस सोसाइटी ने रूसी नस्ल की बिल्लियों के निर्यात और रजिस्ट्रेशन पर 31 मई तक पाबंदियां लगाने का फैसला किया है. उन्होंने कहा, ‘बोर्ड को लगता है कि वे इन अत्याचारों को होते हुए नहीं देख सकते. इसलिए यह तय किया गया है कि 1 मार्च से रूस में कोई भी नस्ल की किसी भी बिल्ली को आयात नहीं किया जा सकता है और ना ही इसका फेडरेशन की पेडिग्री बुक में रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है.
फेडरेशन इंटरनेशनल फेलीन नाम की NGO के एग्जेक्यूटिव बोर्ड ने एक बयान जारी करके कहा है कि यह चौंकाने वाली बात है कि रूस की सेना ने यूक्रेन पर हमला किया और युद्ध की शुरुआत की. कई मासूम लोगों की इस युद्ध में मौत हो गई, कई लोग इसमे घायल हैं और हजारों लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा. लोगों को अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ रहा है. हम सभी इस बर्बादी को देख रहे हैं जो रूस के हमले से शुरू हुआ. FIFe बोर्ड ने यूक्रेन में रहकर युद्ध के चलते विकट स्थिति का सामना कर रहे बिल्ली पालने वालों के समर्थन के लिए अपने बजट का एक हिस्सा मुहैया कराने का फैसला लिया है. बोर्ड ने फैसला लिया है कि यह प्रतिबंध 31 मई तक जारी रहेगा, इसके बाद इसकी जरूरत पड़ने पर इसकी समीक्षा की जाएगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-रूस-यूक्रेन युद्ध का असर : सोना और चांदी के रेट में जोरदार उछाल, इतना पहुंच गया भाव
यूक्रेन में दूसरे भारतीय छात्र की मौत, पंजाब के रहने वाले चंदन जिंदल ने ब्रेन स्ट्रोक से दम तोड़ा
लेडी गागा ने किया यूक्रेन का सपोर्ट, बोलीं- 'मेरी पूरी सहानुभूति उनके साथ है'
यूक्रेन में रूसी सेना के साथ जंग नहीं करेगा अमेरिका, रूस के लिए US का एयरस्पेस बंद: जो बाइडन
PM मोदी ने मैक्रों सहित कई यूरोपीय नेताओं से की बात, यूक्रेन में युद्ध के अंत की अपील दोहराई
यूक्रेन में बिल्डिंग की छतों और सड़कों पर रहस्यमयी संकेतों से दहशत
Leave a Reply