जबलपुर में वीआईपी-वीवीआईपी सिम दिलाने के नाम पर 3 करोड़ रुपए की ठगी, गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार, कई राज्यों में की धोखाधड़ी

जबलपुर में वीआईपी-वीवीआईपी सिम दिलाने के नाम पर 3 करोड़ रुपए की ठगी, गिरोह के 3 सदस्य गिरफ्तार, कई राज्यों में की धोखाधड़ी

प्रेषित समय :16:13:41 PM / Thu, Mar 17th, 2022

पलपल संवाददाता, जबलपुर. मध्यप्रदेश के जबलपुर में पुलिस ने एयरटेल कंपनी वीआईपी-वीवीआईपी सिम दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जिन्होने एमपी सहित देश के कई राज्यों में ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है. वहीं चौथे फरार आरोपी को पकडऩे के लिए पुलिस की टीमें संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. इस आशय की जानकारी एसपी सिद्धार्थ बहुगुणा ने कंट्रोल रुम में पत्रकारों को दी है.

एसपी श्री बहुगुणा ने आगे बताया कि गुडलक अपार्टमेंट गुप्तेश्वर वार्ड निवासी हरजिंदरसिंह उम्र 53 वर्ष के साढूभाई हरविंदरसिंह निवासी प्रेमनगर के मोबाइल पर 2 फरवरी को दोपहर दो बजे के लगभग गोल्डन नम्बर सीरीज के लिए मैसेज आया, जो 49999 रुपए की बताई गई, हरविंदर ने जब मोबाइल फोन लगाकर बात की गई तो कहा गया कि एयरटेल कंपनी का एजेंट बताते हुए गोल्डन मोबाइल नम्बर 90000000000 की सिम एलाटमेंट के लिए वाट्सएप पर टेक्स इनवाइस भेजी, इसके बाद एयरटेल कंपनी का एजेंट बने ठग ने 41 हजार 300 रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए, इसके बाद जब हरविंदरसिंह को सिम प्राप्त नहीं हुई तो गोरखपुर थाना में शिकायत की गई, जिसपर पुलिस ने मामले की जांच की तो पता चला कि भरतीपुर क्षेत्र में रहने वाला अशोक तीरथानी अचार, बरी, पापड़ बेचने का काम करता है, जिसके खाते में रुपया ट्रांसफर कराया गया है, पुलिस ने अशोक तीरथानी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने बताया कि दिलीप कुकरेजा जो शुभम राय का किराएदार है, वह भी अचार, बरी व पापड़ का कारोबार करता है, जिसने शुभम उर्फ शिवम राय के साथ मिलकर कई बैंक एकाउंट खोलकर रुपए ट्रांसफर कराए है, इसके बाद पुलिस ने दिलीप व शुभम राय को भी पुलिस ने हिरासत में लिया, जिन्होने बताया कि मुम्बई में रहने वाले रवि मिश्रा व राज के कहने पर शुभम राय द्वारा विभिन्न बैंकों में एकाउंट खुलवाए गए है, जिसमें रवि मिश्रा व राज द्वारा गोल्डन सिम प्रोवाइड कराने का लालच देकर लोगों को एयरटेल कंपनी का खाता बताकर अपने गिरोह के लोगों के खाते में रुपए ट्रांसफर कराते है, इसके बाद शुभम मिश्रा अपना हिस्सा लेकर शेष राशि रवि मिश्रा के खाते में ट्रांसफर कर देता है. पुलिस ने तीनों आरोपियों को हिरासत में लेकर मुम्बई निवासी रवि मिश्रा को पकडऩे के लिए मुम्बई के संभावित ठिकानों पर दबिश देना शुरु कर दिया है.

पुलिस गिरफ्त में गिरोह के तीन सदस्य-

-शिवम उर्फ शुभम पिता विजय उम्र 28 वर्ष निवासी मधुवन कालोनी उखरी रोड कोतवाली  
-अशोक उर्फ केक्का पिता स्व नेहरुमल उम्र 57 वर्ष निवासी भरतीपुर थाना ओमती
-दिलीप पिता लखीराम उम्र 44 वर्ष निवासी मुमताज विल्डिग गलगला  बेलवाग
-फरार आरोपी, रवि मिश्रा मुम्बई एवं अन्य
52 बैंक अकाउंट में 3 करोड़ रुपए ट्रांसफर कराए-

एसपी श्री बहुगुणा ने बताया कि शुभम राय ने करीब 52 बैंक अकाउंट खुलवाए जिसमें अभी तक तीन करोड़ रुपए से ज्यादा ट्रांसफर कराए है, इन्ही खातों में लोगों ेको वीआईपी-वीवीआईपी सिम देने का लालच देकर रुपए ट्रांसफर कराए जाते रहे, पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है कि जबलपुर के अलावा और किन किन शहरों में अकाउंट खोले गए है.

एक हजार रुपए का लालच लोगों के नाम से खोलते थे अकाउंट-

पुलिस को पूछताछ में यह भी जानकारी लगी है कि शुभम राय द्वारा लोगों को एक हजार रुपए देकर उनके आधार कार्ड सहित अन्य दस्तावेज लेकर अकाउंट खुलवाए जाते थे, जिसकी पासबुक, एटीएम स्वयं रख लेते थे, इन्ही एकाउंट में ठगों द्वारा रुपया ट्रांसफर कराया जाता था. फिर शुभम राय अपना हिस्सा लेकर रुपया रवि मिश्रा के अकाउंट में ट्रांसफर कर देता था.

एक आरोपी से बरामद किए बैंक संबंधी दस्तावेज-

पुलिस ने शुभम राय की निशानदेही पर 52 बैंक अकाउंट के ट्रांजेक्शन, 7 एटीएम, डेबिट कार्ड, 1 पासबुक, 2 चेकबुक, 2 आधार कार्ड, एक पेनकार्ड, एक केवायसी फार्म, 8 मोबाइल फोन, एक सुजुकी स्कूटी बरामद की है. अभी तक तीन करोड़ रुपए से ज्यादा का इन बैंक खातों में ट्रांजेक्शन सामने आया है, पुलिस इस मामले में आरोपी शुभम राय को रिमांड पर ले रही है.

मुम्बई से मुख्य आरोपी मोबाइल पर मैसेज व कॉल करता था-

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुख्य आरोपी रवि मिश्रा मूलत: पटना बिहार का रहने वाला है, जो मुम्बई में रहकर लोगों को एयरटेल कंपनी की वीआईपी-वीवीआईपी सिम देने का मैसेज व कॉल करता रहा, इसके बाद यदि ग्राहक तैयार हो गया तो शुभम राय द्वारा खोले गए खातों में रुपया ट्रांसफर कराने अकाउंट नम्बर देता था.

इस तरह से शुरु किया ठगी का कारोबार-

जबलपुर के उखरी निवासी शुभम राय व मुम्बई निवासी रवि मिश्रा दोस्त है, जो करीब पांच साल पहले फिल्मी सिटी में साथ रहकर काम कर चुके है, रवि के कहने  पर ही शुभम राय ने एक हजार रुपए का लालच देकर लोगों के बैंक एकाउंट खुलवाए, उनमें रुपए ट्रांसफर कराए जाते थे. दोनों की ठगी के धंधे में 50-50 प्रतिशत की पार्टनरशिप रही. शुभम राय पूर्व में भी इसी प्रकार की ठगी के मामले में वर्ष 2017 में लखनऊ यूपी में पकड़ा जा चुका है.

इन राज्यों में की है धोखाधड़ी-

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों ने महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तमिलनाडू, केरल सहित कई राज्यों में ठगी की वारदातों को अंजाम दिया है, जिसमें करीब 500 लोगों के साथ ठगी कर 52 बैंक अकाउंट में 3 करोड़ ट्रांसफर कराए है. शुभम राय, रवि मिश्रा के साथ मिलकर पिछले तीन वर्षों से इस प्रकार की धोखाधड़ी कर रहा था, चूकि बैंक द्वारा इस तरीके के ट्रांजेक्शन देखकर खाता फ्रीज कर दिये जाते हैं. इनके द्वारा खाता फ्रीज हो जाने के बाद एटीएम व पासबुक को नष्ट कर दिया जाता रहा है. बैंको में फर्जी मोबाइल नम्बर व दस्तावेज देकर इस वारदात को अंजाम देते थे.

गिरोह का खुलासा करने में इनकी रही सराहनीय भूमिका-

गिरोह का खुलासा करने में सीएसपी आलोक शर्मा, डीएसपी क्राइम सुशील चौहान, एसआई ब्रजभानसिंह, शेषनारायण दुबे, आरबी शर्मा, कौशल किशोर, एएसआई प्रमोद पांडेय, राजवीरसिंह, प्रधान आरक्षक रामगोपाल, राममिलन, आरक्षक मुकेशसिंह, महिला आरक्षक किशोरी यादव, सायबर सेल के प्रधान आरक्ष्ज्ञक राजेश शर्मा, नितिन जोशी, कृष्णचंद तिवारी, अरविंद सूर्यवंशी, चंद्रिका अभिदीपभट्टाचार्य, थाना गोरखपुर के आरक्षक रत्नेश राय, मोहित राजपूत की उल्लेखनीय भूमिका रही.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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