नई दिल्ली. इस साल के पहले चक्रवात आसनी को लेकर अंडमान और निकोबार (द्वीप समूह में अलर्ट जारी कर दिया गया है और लोगों को तूफान से संभावित प्रभावित क्षेत्रों से निकाला जा रहा है. सेना ने भी अपने जहाजों और राहत टीमों को तैयार रहने को कहा है, क्योंकि द्वीपसमूह में चक्रवात के कारण भारी बारिश और तेज हवाओं का अनुमान है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि चक्रवात आसनी के अंडमान द्वीप समूह से म्यांमार और दक्षिणी बांग्लादेश तट की ओर बढ़ने का अनुमान है, साथ ही सोमवार को मौसम प्रणाली के पहले गहरे दबाव में बनने और बाद में चक्रवाती तूफान में बदलने का अनुमान है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया है कि मौसम प्रणाली अंडमान द्वीप समूह के साथ ही म्यांमार और उससे सटे दक्षिणी बांग्लादेश तट की ओर उत्तर की ओर बढ़ेगी. आईएमडी द्वारा जारी एक विशेष बुलेटिन के अनुसार, दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे लगे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना दबाव 12 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर व उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ा तथा रविवार को शाम 5.30 बजे उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर केंद्रित रहा.
आईएमडी के अधिकारियों ने बताया कि चक्रवात आसनी के प्रभाव से रविवार को बारिश और तेज हवाओं के कारण अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में आम जनजीवन प्रभावित हुआ. साल के पहले चक्रवाती तूफान के तेजी से द्वीप समूह की तरफ बढ़ने के मद्देनजर अंतर-द्वीपीय जहाज सेवा के अलावा चेन्नई एवं विशापत्तनम समेत अन्य क्षेत्रों के लिए जहाज सेवाओं को रोक दिया गया है.
आईएमडी द्वारा रविवार को मौसम संबंधित चेतावनी जारी की गई, जहां मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने का अलर्ट जारी किया गया, साथ ही पर्यटन और शिपिंग गतिविधियों पर भी रोक लगा दी गई है.
अधिकारियों के मुताबिक, एहतियात के तौर पर द्वीप समूह के विभिन्न हिस्सों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के लगभग 150 कर्मियों को तैनात किया गया है और छह राहत शिविर भी स्थापित किए गए हैं. आपदा प्रबंधन सचिव पंकज कुमार ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वे घबराएं नहीं, क्योंकि प्रशासन उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठा रहा है. उन्होंने बताया कि पोर्ट ब्लेयर में एनडीआरएफ के कुल 68 कर्मियों, जबकि डिगलीपुर, रंगत और हटबे इलाकों में 25-25 कर्मियों को तैनात किया गया है. अधिकारी ने कहा कि पोर्ट ब्लेयर के साथ-साथ उत्तर एवं मध्य और दक्षिण अंडमान जिलों में भारी बारिश होने के साथ तेज हवाएं चल रही हैं.
नौवहन सेवा निदेशालय ने 22 मार्च तक सभी अंतर-द्वीपीय सेवाओं को रद्द करने का आदेश दिया है. इसके अलावा, विशाखापत्तनम से एमवी कैंपबेल जहाज और चेन्नई जाने वाले एमवी सिंधु की यात्रा भी स्थगित कर दी गई है. चक्रवाती तूफान के कारण क्षेत्र के सभी स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को जारी एक ट्विटर पोस्ट में कहा कि 20 मार्च 2022 को भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े पांच बजे दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना कल का कम दबाव वाला क्षेत्र न्यूनतम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जापान के पीएम नई दिल्ली पहुंचे, अगले 5 साल में भारत में करेंगे 42 बिलियन डॉलर का निवेश
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