नजरिया. पीएम नरेंद्र मोदी की- परीक्षा पे चर्चा की चर्चा तो स्टूडेंट्स से ज्यादा पॉलिटिक्स के मास्टर कर रहे हैं?
इधर, मोदीजी की परीक्षा पे चर्चा तो शुरू होकर खत्म भी हो गई, लेकिन इस चर्चा पे चर्चा लगातार जारी है और जमकर शब्दबाण चलाए जा रहे हैं!
खबर है कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को लेकर व्यंग्यबाण चलाते हुए कहा कि- बीजेपी सरकार को उत्तर प्रदेश में- पेपर लीक पर चर्चा, भी करनी चाहिए?
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया- भाजपा सरकार को उप्र में पेपर लीक पर चर्चा करनी चाहिए, पिछले साल 28 नवंबर को यूपी टीईटी पेपर लीक से लाखों युवाओं को आघात लगा था, कार्रवाई के नाम पर दिखावटी कदमों के अलावा कुछ नहीं हुआ!
उप्र के युवा आजतक नहीं जान पाए कि यूपी सरकार के किस भ्रष्ट तंत्र ने पेपर लीक को अंजाम दिया, नतीजतन, एक और पेपर लीक हो गया है?
प्रियंका गांधी का कहना है कि इस बार भी सरकार दिखावटी कदमों के अलावा कुछ और नहीं कर रही है, पेपर लीक की खबर लिखने वाले पत्रकार को जेल भेजा जा रहा है, लेकिन.... पेपर लीक करने वाला तंत्र सरकार में पैठ जमाए बैठा है, उस पर न कोई बुलडोजर चलता है, न कोई बदलाव आता है!
खबरों की मानें तो बलिया में पेपर लीक में पत्रकारों की गिरफ्तारी के खिलाफ कांग्रेस ने शुक्रवार को कई जिलों में प्रदर्शन किया था और राज्यपाल के नाम ज्ञापन देते हुए इस मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग भी की थी?
इधर, एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस के प्रमुख नेता कमलनाथ ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को जनता का ध्यान मोड़नेवाला बताया, उन्होंने पूछा कि महंगाई और रोजगार पर चर्चा कब होगी?
उनका साफ कहना है कि- जनता को मूर्ख बनाने का कार्यक्रम चल रहा है, पेट्रोल, डीजल, सिलेंडर, राशन, बीज, खाद, तेल खाद सब महंगा हो रहा है और शराब सस्ती हो रही है!
इसी तरह, शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परीक्षा पे चर्चा पर सवालिया निशान लगाते हुए पूछा कि- वे आम आदमी की चिंताओं को दूर करने के लिए परेशानी पे चर्चा कार्यक्रम का आयोजन कब करेंगे?
एनसीपी के प्रवक्ता क्लाइड क्रेस्टो का कहना था कि- कुछ हस्तियों ने छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से आग्रह किया है कि वो पीएम मोदी की परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम को देखें, सवाल है कि समस्याओं से पीड़ित लोगों से पीएम मोदी कब बातचीत करेंगे?
क्लाइड क्रेस्टो का कहना था कि- छात्र परीक्षा अवधि के दौरान तनाव में होते हैं, हम तनाव से छुटकारा पाने के लिए उनके साथ बातचीत करने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हैं, लेकिन वह छात्रों के माता-पिता और आम लोगों की चिंताओं को दूर करने के लिए परेशानी पे चर्चा कब आयोजित करने जा रहे हैं?
उनका कहना था कि- पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर की कीमतें हर रोज बढ़ रही हैं, जबकि बेरोजगारी चिंता का विषय बन गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम पर महाराष्ट्र कांग्रेस ने भी निशाना साधा है, महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले का कहना है कि- प्रधानमंत्री परीक्षा पे चर्चा जैसे कार्यक्रमों के आयोजन में व्यस्त हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि मुद्रास्फीति, सुस्त आर्थिक विकास और बढ़ती बेरोजगारी जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा करने और उनका समाधान करने के लिए उनके पास समय नहीं है?
खबर है कि उन्होंने पीएम मोदी पर व्यंग्यबाण चलाते हुए कहा कि- प्रधानमंत्री देश के ज्वलंत मुद्दों को नजरअंदाज कर रहे हैं, वह प्रचारमंत्री की तरह कार्यक्रम आयोजित करने में लगे हुए हैं, देश की जनता बढ़ती महंगाई से जूझ रही है और युवाओं को रोजगार मिलना मुश्किल हो रहा है, लेकिन, प्रधानमंत्री किसानों और श्रमिकों की समस्याओं के बारे में बात तक नहीं कर रहे हैं!
उन्होंने पूछा कि- चाय पे चर्चा, परीक्षा पे चर्चा जैसे कार्यक्रमों में व्यस्त प्रधानमंत्री मोदी महंगाई पे चर्चा कब करेंगे?
कुछ ऐसी ही दिलचस्प प्रतिक्रियाएं सोशल मीडिया पर भी आ रही हैं....
Urvish Kothari उर्वीश कोठारी @urvish2020
'परीक्षा पे चर्चा' से ज्यादा.... आये दिन लिक होते प्रश्नपत्रों पे चर्चा जरूरी है!
Ashok Kumar Pandey अशोक @Ashok_Kashmir
हमारे ज़माने में प्रधानमंत्री परीक्षा पर चर्चा नहीं करते थे. किताब, कॉपी सस्ती मिलने की व्यवस्था करते थे. शिक्षक नियमित भर्ती करते थे. पढ़ाई ढंग से हो, ग़रीब बच्चे भी पढ़ सकें, पेपर आउट न हो इसके लिए नीति बनाते थे. और.... पढ़ाई के बाद ढंग की नौकरी मिल सके, इसकी कोशिश करते थे!
Acharya Pramod @AcharyaPramodk
“परीक्षा” पे भी “प्रचार” धन्य हो “सरकार”
UP Congress @INCUttarPradesh
प्रधानमंत्री जी! आपको 'परीक्षा पे चर्चा' की जगह 'पेपर लीक पे चर्चा' की हिम्मत दिखानी चाहिए?
यूपी की 23 करोड़ जनता को बताइए कि कैसे उनके बच्चों का भविष्य बर्बाद किया जा रहा है, यूपी में बोर्ड परीक्षा मजाक बन गई है!
Girish Johar @girishjohar
And... #PictureTalks
And... #PictureTalks @sajithkumar @Kirtishbhat @caricatured pic.twitter.com/KsksvHhW2Q
— Girish Johar (@girishjohar) March 31, 2022
साहेब! फर्जी डिग्रियों को भी मान्यता दे दो ना, इसके लिए भी 18-18 घंटे मेहनत करनी पड़ती है?
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-अभिमनोजः पेट्रोल पर बाबा बोले.... क्या पूंछ उखाड़ लेगा मेरी?
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