नई दिल्ली. भारत में कोरोना के नए वेरिएंट XE का एक और मरीज मिला है. ये नया केस गुजरात में मिला है. स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने इसकी पुष्टि की है. फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं दी गई है कि इससे संक्रमित मरीज़ की हालत कैसी है. सूत्रों के मुताबिक ये मरीज़ वडोदरा के गोत्री क्षेत्र का रहने वाला है. 60 साल के इस बुजुर्ग का 11 मार्च को कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था. इसके बाद उनके सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था. बाद पता चला कि उनमें XE वेरिएंट के अंश थे. सूत्रों के मुताबिक इस शख्स ने राज्य से बाहर यात्रा की है या नहीं इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल सकी है.
देश में एक्सई वेरिएंट का पहला केस मुंबई में मिला था. यानी अब भारत में एक्सई के दो केस मिल चुके हैं. बता दें कि चीन में इसी नए वेरिएंट के चलते कोरोना की नई लहर आई है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक सबसे पहले इस वेरिएंट का केस 19 जनवरी को ब्रिटेन में मिला था.
मुंबई में 50 साल की एक महिला इस नए वेरिएंट से संक्रमित हुई थीं. हालांकि राहत की बात ये थी कि इस महिला में कोरोना के कोई लक्षण नही थे. वो 10 फरवरी को साउथ अफ्रीका से लौटी थीं. सीरो सर्वे के मुताबिक मुंबई से भेजे गए 230 सैंपल में 228 ओमीक्रोन के जबकि एक कप्पा का और एक एक्सई वेरिएंट का था. भारतीय SARS-CoV-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम के एक्सपर्ट लगातार कोरोना के इस नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए सैंपल का जीनोम सीक्वेंसिंग कर रहे हैं.
WHO ने अपने के मुताबिक एक्स ई रीकांबिनेंट (बीए.1-बीए.2) नाम के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहली बार ब्रिटेन में 19 जनवरी को पता चला था और तब से इसके 600 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई है. ओमिक्रॉन का ये नया वेरिएंट कोरोना वायरस के पिछले वेरिएंट की तुलना में ज्यादा संक्रामक दिख रहा है.
वेल्लोर में क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉक्टर गगनदीप कांग ने कहा है कि नया एक्सई वेरिएंट चिंता का विषय नहीं है क्योंकि इससे ओमाइक्रोन (बीए.1 और बीए.2) के अन्य उप-संस्करणों की तुलना में अधिक गंभीरता होने की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि ये
वेरिएंट अभी फैलेगा क्योंकि लोग यात्रा कर रहे हैं.
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